
नांगल के अधिकारी जांच करते हुए।
खनन माफिया के खिलाफ मामला दर्ज
जांच में राजस्थान में गिरा पहाड़ हरियाणा का हिस्सा
एसडीएम के नेतृत्व में टीमें जांच को पहुंची नांगल
Bilkul Sateek News
पहाड़ी (डीग), 22 दिसंबर। नांगल क्रॅशर क्षेत्र से सटे हरियाणा के पहाड़ का एक हिस्सा विस्फोट कर खनन माफिया द्वारा गिराए जाने की खबर मिलने के बाद शनिवार को पहाड़ी प्रशासन के नेतृत्व में खनिज, प्रदूषण विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जांच में खसरा नंबर 211 (पुराना 162) में वैध लीज 338/07 के समीप पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा राजस्थान में गिरा होना पाया गया। यह पहाड़ का हिस्सा हरियाणा के अधिकार क्षेत्र का था। राजस्थान के खनिज विभाग की ओर से पांच खनन माफिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं, खनन माफिया भूमिगत रहकर प्रशासन की कार्रवाई और गिरे हुए पहाड़ पर लगातार नजर बनाए हुए है।

पहाड़ी के एसडीएम दिनेश कुमार शर्मा, तहसीलदार मोहित कुमार अग्रवाल, खनिज विभाग के रजनीश मीणा, कार्यदेशक रधुवीर सिंह, आरपीसीबी विभाग के बालचरण सिंह, हल्का पटवारी नासिर खां, होम गार्ड आदि के साथ मौके पर पहुंचे। जिसमें गिरा हुआ पहाड़ हरियाणा का हिस्सा पाया गया। जोकि अरावली पर्वत में आता है। जिसका पत्थर वर्ष 2023 की तरह राजस्थान सीमा में आ गिरा है। इस संबंध में खनिज विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया।
बेलगाम खनन माफिया
भाजपा सरकार के राज में खनन माफिया बेखौफ होता दिखाई दे रहा है। खनन माफिया का नाम खनिज विभाग की रिपोर्ट में बार-बार दर्ज होने के बाद भी उनकी लीज को निरस्त नहीं किया जा रहा है। ना ही माफिया सरकार की पैनल्टी समय पर जमा करता है। जिसके कारण उसके हौसले बुंलद है। दूसरा राजनेताआंे, खनिज ठेकेदारों के आर्शीवाद से वह पूरी तरह से बेलगाम हो गया है।
इनको किया गया नामजद
खनिज विभाग भरतपुर के कार्यदेशक रधुवीर सिंह ने दर्ज रिपोर्ट में हरियाणा के रवा निवासी सुभाष पुत्र रहीमा, मुस्तफा पुत्र झबरू निवासी बीमां, शरीफ पुत्र हन्नी निवासी नांगल, सुब्बा पुत्र कुंदन निवासी चांदनका व नांगल निवासी दलशेर पुत्र जूहरू को नामजद किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जांच में मौके पर 20 मीटर लंबाई, 12 मीटर चौड़ाई गुणा 4.5 मीटर गहराई में अवैध खनन होना पाया गया। रिपोर्ट में मात्र 2700 टन पत्थर खनन व निर्गमण करना दिखाया गया है। रिपोर्ट में लीज धारक 338/07 के पट्टाधारी द्वारा खनन किया जाना संभावित होना पाया गया है। खनन के करोबार से जुडे लोगों का कहना है कि खनन की यह मात्रा बहुत कम है। जिससे खनन माफिया का बचाव दिखाई देता है। जबकि वीडियो में जिस तरह से पहाड़ का एक हिस्सा गिरा है उसमें हजारों टन पत्थर गिरा होगा।
हरियाणाः नोटिस देने की तैयारी
गौरतलब है हरियाणा का प्रशासन अरावली पर्वत में हुए अवैध खनन को लेकर कुछ खनन माफिया को नोटिस देने की तैयारी में जुटा हुआ है। पूर्व में राजस्थान के अवैध खनन माफिया के खिलाफ हरियाणा के अरावली पर्वत में अवैध खनन करने के दो मामले दर्ज हुए थे। जिसमें मुकदमा नंबर 0042/23 में साहबुद्दीन पुत्र जोहरूदीन, जहुल, आरिफ पुत्र सहाबुद्दीन, आस मोहम्मद पुत्र मामला, समयदीन पुत्र मंगल, बसीद पुत्र चाहत उर्फ पिंट्टू, दलशेर, समशेर पुत्र जोहरू खां, जोहरू खां व सरपंच आसु को नामजद किया गया है। मुकदमा नंबर 39923 में सहाबुद्दीन पूर्व सरपंच, जाहुल, आरिफ, आसु सरपंच, ताहिर, आस मोहम्मद व अन्य 8-10 को नामजद किया जा चुका है।
उधर, एसडीएम दिनेश कुमार शर्मा का कहना है की जिला कलेक्टर के आदेशानुसार एरिया मजिस्ट्रेट के अधिकार से मौके पर गए। खनिज, परिवहन, पर्यावरण आदि विभागों को ग्रेप फोर के नियमों के पालन में अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। खनिज विभाग ने जांच कर कार्रवाई की है। मौके पर कोई क्रशर खान चलती नहीं मिली है। इसलिए प्रदूषण विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। खनिज विभाग के अनुसार हरियाणा के पहाड़ के गिरने पर पत्थर राजस्थान की तरफ गिरना बताया गया।
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