12 लोगों से कर चुके हैं 30 से 40 लाख की ठगी
झज्जर,19 फरवरी (विनीत नरूला)। झज्जर पुलिस ने नौकरी और फर्जी टिकट के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ ने किया है। पुलिस की माने तो मात्र तीन दिन के अंदर पर्दाफाश करके पुलिस ने मामले में संलिप्त सात आरोपियों को काबू किया है।
मर्चेंट नेवी में काम करने वाले बहादुरगढ़ निवासी एक युवक ने नौकरी के नाम पर ठगी की शिकायत पुलिस को दी थी। युवक ने पुलिस को बताया कि 10 फरवरी को उसने अपने मोबाइल फोन पर फेसबुक के माध्यम से नौकरी के लिए एक साइट से मोबाइल नंबर प्राप्त किया। इसके बाद शिकायतकर्ता युवक से साइबर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ने संपर्क किया और उसे शिप ज्वाइन करने को कहा। ठगी करने वालों ने कंपनी में शिप ज्वाइन करने,फ्लाइट टिकट चार्ज बताकर अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग खाते में करीब ढाई लाख रुपये डलवाए। पैसा ट्रांसफर होते ही व्हाट्सएप के माध्यम से दो फ्लाइट टिकट भेजी। 15 फरवरी 2025 को जब वह टिकट लेकर अपने दोस्त के साथ दिल्ली से इस्तांबुल जाने के लिए एयरपोर्ट दिल्ली पहुंचा तो पाया कि भेजी गई फ्लाइट टिकट फेक हैं । तब युवक ने पुलिस को शिकायत दी।
झज्जर पुलिस की साइबर सेल ने तीन दिन में इस मामले का पटाक्षेप कर डाला और सात आरोपियों को अरेस्ट कर लिया । गिरफ्तार युवकों में दिल्ली, राजस्थान और बिहार के युवक शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में हेमंत निवासी दिल्ली, नितेश निवासी समसपुर जिला झुंझनू राजस्थान, रोहित निवासी सुलाना झुंझनू राजस्थान, राहुल निवासी सातडा जिला चुरू राजस्थान, प्रिंस निवासी पथरी घाट जिला पश्चिम चंपारन बिहार, जिसानवसी निवासी पकौली नारायण बिहार हाल दिल्ली, समीर सिद्की निवासी मोहसिहाता बिहार हॉल दिल्ली शामिल हैं। इनमें से दो आरोपियों जिसानवसी और समीर सिद्की को पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया, जबकि बाकी सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी 15 से 20 व्यक्तियों के साथ साइबर फ्रॉड करके 30 से 40 लख रुपए की साइबर ठगी कर चुके हैं। सीपी बी सतीश बालन ने कहा कि पुलिस की अलग-अलग टीमें लगातार जिले भर में आमजन को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक कर रही है लेकिन साइबर ठग युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर या फिर अलग-अलग तरीकों से लोगों को भ्रमित करके उन्हे साइबर ठगी का शिकार बना रहे हैं ऐसे ठगों से जिला वासियों को सावधान रहना है व यदि कोई भी साइबर ठगी का शिकार होता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें l



