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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 29 मार्च। निजीकरण के फैसले और सैलरी ना मिलने से नाराज हरियाणा टूरिज्म कर्मियों ने आज जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि उनको पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में उन्होंने दिनरात मेहनत करके पर्यटन निगम को यहां तक लेकर आए हैं। लेकिन अब सरकार टूरिज्म को निजी हाथों में देने की तैयारी कर रही है। कर्मचारी ऐसा बिल्कुल नही होने देंगे। उनको काम करने के बाद भी 3 महीने से सैलरी नही मिली है। जिस कारण उनके घर का गुजारा होना भी कठिन हो रहा है।
कर्मचारियों ने कहा कि टूरिज्म के अधिकारी गलत काम करके विभाग को घाटे में पहुंचा रहे हैं। टूरिज्म के अधिकारी अपनी सेवा अवधि पूरी होने के बाद भी उच्च अधिकारियों और मंत्रियों से दबाव बनवाकर अपने लिए दो साल की एक्स्टेंशन करवाने में लगे हुए हैं। गलत कामों के बिल बनाकर अधिकारी अपने जेब भरने का काम कर रहे हैं। इसको लेकर जब छोटे कर्मचारी बड़े अधिकारियों सवाल करते है तो उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता है।
विभाग में स्टाफ की कमी
कर्मचारियों ने कहा कि विभाग स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है। हरियाणा में 2172 स्वीकृत पदों की जगह लगभग 650 ही बचे हैं। विभाग में नए युवाओं की भर्ती होनी चाहिए। लेकिन विभाग के अधिकारी अपने फायदे के चक्कर में उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि इसके अलावा उनकी अन्य कई मांगे हैं, जिनको पूरा कराने के लिए पिछले काफी लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं की गई है।