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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 16 जुलाई । एसआईसी मेडिकल कॉलेज में अपनी मांगों को लेकर नर्सिंग एवं संयुक्त कर्मचारी कल्याण संघ (ट्रेड यूनियन) के सैकड़ों कर्मचारियों ने आज से अपनी हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल में सभी महिला और पुरुष कर्मचारी शामिल हुए और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल कर देंगे। कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें कोई भी सुविधा प्रदान नहीं की जा रही, यहां तक की वह लोगों का इलाज तो करते हैं लेकिन उनका और उनके परिवार के लिए उन्हें यहां इलाज की सुविधा नहीं है। उनका कहना था कि वह अपनी नौकरी की सुरक्षा चाहते हैं और अपनी मांगों की आवाज उठाने पर उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकियां दी जा रही है जो जायज नहीं है।
इस मौके पर महिला कर्मचारी अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर हड़ताल में शामिल हुई। वहीं बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी की हालत में भी अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करती दिखाई दीं।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर 3 पर आज सैकड़ों पुरुष और महिला कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर और अपनी नौकरी की सुरक्षा को लेकर धरने पर बैठे। इस धरने में महिला कर्मचारी अपने बच्चों को लेकर धरने पर बैठी दिखाई दी। वहीं कई महिलाएं प्रेगनेंसी की हालत में भी नारेबाजी करती दिखाई दीं। एक महिला कर्मचारी को कहना था कि हमें हड़ताल करने का शौक नहीं है, लेकिन हम अपनी मांगों को लेकर और अपनी नौकरी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं क्योंकि जब भी हम अपनी मांग की बात करते हैं तो हमें नौकरी छोड़ देने के लिए कहा जाता है की स्टाफ की भर्ती हो रही है आप नौकरी छोड़कर चले जाएं। महिलाओं का कहना था कि हम जनता का इलाज करते हैं लेकिन हमें अपने और अपने परिवार के इलाज की यहां सुविधा ही नहीं है। इसके अलावा अन्य फंड भी हमें नहीं मिल रहे और सैलरी भी देर से मिलती है। यूनियन के जनरल सेक्रेटरी अवधेश कौशिक और अन्य कर्मचारियों ने बताया कि हम यहां लगभग 15 साल से कम कर रहे हैं और हमें ना तो escl मिल रहा है और ना ही कोई बेनिफिट और ना ही मेडिकल इलाज के साथ-साथ जॉब की कोई गारंटी मिल रही है। उन्होंने कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो हड़ताल जारी रहेगी।
मेडिकल कॉलेज के सैकड़ो महिला और पुरुष कर्मचारियों द्वारा हड़ताल घोषित कर दिए जाने से इसका सीधा असर मरीजों के इलाज पर पड़ता दिखाई दे रहा है। देखना होगा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इस हड़ताल पर क्या रुख अपनाता हैं ।