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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 11 दिसंबर। फरीदाबाद के गवर्नमेंट आईटीआई में छात्र-छात्राओं को एड्स और नशे के प्रति विशेष अभियान के तहत जागरूक करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सिविल अस्पताल और रेडक्रॉस सोसाइटी के अधिकारियों ने छात्रों को विस्तार से एड्स और नशे के प्रति जागरूक किया और बताया कि एड्स की शुरुआती लक्षण क्या होते हैं और यह कैसे फैलता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है। वहीं युवाओं को विभिन्न प्रकार के नशों के सेवन से होने वाले नुकसानों के प्रति जागरुक करते हुए बताया कि किस प्रकार यदि कोई नशे का आदी हो जाता है तो उसकी आदत कैसे छुड़ाई जा सकती है। वहीं, छात्र-छात्राओं ने भी कहा कि आज के इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है जिसको वह अपने अन्य साथियों के साथ भी साझा करेंगे।
आईटीआई के इवेंट निदेशक रजत राणा ने बताया कि सरकार की तरफ से उन्हें आदेश है कि समय-समय पर जागरूक कार्यक्रम आयोजित करने हैं। जिसके चलते आज सिविल अस्पताल और रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से जागरूकता शिविर रखा गया है। जिसमें एड्स और नशे के प्रति छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया है और उन्हें बताया गया है कि एड्स की बीमारी कैसे हो सकती है और कैसे इसका बचाव किया जा सकता है। वहीं, रेडक्रॉस की टीम द्वारा नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जागरूक किया गया है।
वहीं, रेडक्रॉस सोसाइटी से आए प्रोजेक्ट डायरेक्टर धर्मेंद्र ने बताया कि रेडक्रॉस द्वारा स्कूल कॉलेज पब्लिक पैलेस में जागरूकता कैंप लगाए जाते हैं, ताकि यूथ अवेयर हो सके। उन्होंने कहा कि आज युवा नशे की गिरफ्त में आ रहा है और धीरे-धीरे देश खोखला हो रहा है, इसलिए जागरूकता शिवरों के माध्यम से ही इस पर अंकुश लगाया जा सकता है क्योंकि युवा कई बार शौक-शौक में नशे का सेवन करने लगते हैं और फिर इसके आदी हो जाते हैं चाहे वह चरस अफीम गांजा या इंजेक्शन हो। उन्होंने कहा कि यूथ ही हमारे देश का भविष्य है इसलिए नशे पर जागरूकता अभियान से ही लगाम लगाई जा सकती है। वहीं, सरकारी अस्पताल के एड्स डिपार्टमेंट से अनीता ने बताया कि आज उन्हें आईटीआई में ऐड और नशे के प्रति जागरूकता शिविर में आने का मौका मिला है और सरकार के निर्देशानुसार हम स्कूल कॉलेज में जाकर छात्र-छात्राओं को जागरुक करते रहते हैं और आज हमने यहां आईटीआई में जहां यूथ को जागरूक किया है। वहीं हमने स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग इंटर कंपटीशन भी करवाया है, ताकि युवा और अधिक अवेयर हो सकें।
उधर, छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्हें इस जागरूकता कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखने को मिला है कि किस प्रकार एड्स की बीमारी हो सकती है और उसके लक्षण क्या है तथा किस प्रकार इसे फैलने से रोका जा सकता है। इसी तरह हमें नशे के बारे में भी बताया गया है कि कैसे नशे के सेवन से व्यक्ति का जीवन नर्क बन जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार इसको लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है और बहुत प्रयास कर रही है लेकिन हम समझते हैं कि सरकार को और भी अधिक और बड़े स्तर पर ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमने आज जो कुछ सीखा है वह हम अपने दूसरे लोगों में जाकर भी जागरूकता फैलाएंगे।



