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गुरुग्राम, 10 दिसंबर। गुरुग्राम में तीसरे दिन भी सरकारी अस्पतालों में हड़ताल से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सिविल अस्पताल में अभी भी 55 डॉक्टर हड़ताल पर हैं। जबकि 48 डॉक्टर ओपीडी को संभाल रहे हैं। मरीजों को दिक्कत ना हो इसलिए दो फिजिशयन समेत चार डॉक्टर और बुलाए गए हैं।
गुरुग्राम के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) के बैनर तले शुरू हुई यह हड़ताल अब अनिश्चितकालीन हो चुकी है, जिससे जिला अस्पताल सहित पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा है।
राज्य सरकार ने आवश्यक सेवाएं रखरखाव अधिनियम (एस्मा) लागू कर डॉक्टरों को छह महीने तक हड़ताल करने से रोक दिया है, लेकिन डॉक्टरों ने इसे ‘अन्यायपूर्ण’ बताते हुए विरोध जारी रखा है। हालांकि सभी को हड़ताल की जानकारी हो चुकी है, ऐसे में मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। जो अस्पताल पहुंच रहे हैं, उनको दिक्कत हो रही है, लेकिन एक से दो घंटे के अंदर उनका इलाज हो रहा है।
ग्रामीण इलाके सोहना, फर्रुखनगर और पटौदी के सब डिवीजन अस्पतालों में भी सेवाएं आधी-अधूरी हैं। जिला अस्पताल पहुंची एक मरीज ने बताया कि ओपीडी तो खुली है, लेकिन नंबर काफी देर में आता है। हालांकि तीसरे दिन कुछ मरीजों ने संतुष्टि भी जताई और कहा कि डॉक्टरों की मांग जायज है तो सरकार को इनकी मांग पूरी करनी चाहिए।
पीएमओ डॉ. लोकवीर ने बताया कि ट्रेनी डॉक्टरों, पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों और अन्य स्टाफ को तैनात किया गया है। अभी तक किसी तरह की बड़ी दिक्कत नहीं हुई है। सीएमओ ने चार और डॉक्टर भेजने की जानकारी दी है। इसमें दो फिजिशियन है। क्योंकि फिलहाल मौसम बदलने के कारण बीमारियां ज्यादा है। एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन और पोस्टमॉर्टम किए जा रहे हैं।
गुरुग्राम जिला अस्पताल में 55 डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं। जबकि 48 डॉक्टर ओपीडी में काम संभाले हुए हैं। हेडऑफिस से दो फिजिशियन, एक सर्जन समेत चार डॉक्टरों को भेजा है। जिससे डॉक्टरों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है।



