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गुरुग्राम, 13 अप्रैल। अपने बयानों से लेकर सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने इस बार अपनी सरकार को ही दीनदयाल अफोर्डेबल हाउसिंग पर घेर लिया। राव नरबीर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की दीनदयाल योजना महंगी और आम आदमी इसके तहत घर खरीदने के अपने सपने को पूरा नहीं कर सकता। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह योजना अब आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई है। गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोग इस योजना के तहत घर खरीदने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए सरकार एक नई योजना लाने पर विचार कर रही है, जो वास्तव में आम जनता के लिए अफोर्डेबल हो।
फर्रुखनगर में शनिवार को एसएचएफ स्क्वायर सोसाइटी में स्वतंत्र मंजिलों के हैंडओवर कार्यक्रम के दौरान राव नरबीर सिंह ने यह बातें कहीं। कार्यक्रम में फर्रुखनगर नगरपालिका प्रधान बीरबल सैनी और सोसाइटी के कई पदाधिकारी भी मौजूद थे। समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, पहले अवैध कॉलोनियां तेजी से कट रही थीं। साल 2014 में जब हमारी सरकार आई, तो हमने इस पर रोक लगाने और लोगों को कानूनी रूप से घर दिलाने के लिए दीनदयाल अफोर्डेबल हाउसिंग योजना की शुरुआत की।
राव नरबीर सिंह ने अपने भाषण में माना कि योजना का उद्देश्य भले ही अच्छा था, लेकिन समय के साथ यह योजना आम लोगों की पहुंच से बाहर होती गई। उन्होंने कहा मैं खुद मानता हूं कि दीनदयाल योजना अब आम आदमी नहीं ले सकता। यह योजना महंगी हो गई है। जब तीसरी बार सरकार बनी है तो अब हम इससे बेहतर योजना लाएंगे, जो वास्तव में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए सस्ती और सुलभ हो।
मंत्री ने फर्रुखनगर क्षेत्र के भविष्य को लेकर भी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में रिलायंस का मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप (एमईटी) आने के बाद आबादी तेजी से बढ़ी है और भविष्य में यह एक बड़ा हब बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि इस पंचवर्षीय योजना में फर्रुखनगर को इतना विकसित किया जाए कि दूसरे जिले के लोग यहां आकर इसका मॉडल देखें। उन्होंने यह भी कहा कि समस्याएं अगर समय पर हल न हों तो लाइलाज हो जाती हैं। इसलिए सरकार की कोशिश है कि फर्रुखनगर में बिजली, पानी, सड़क, स्वच्छता और आवास जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं।
राव नरबीर सिंह ने फर्रुखनगर क्षेत्र में पिछले दस वर्षों में आए बदलावों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एक समय था जब शाम सात बजे के बाद बाजार बंद हो जाया करते थे और इलाका सुनसान हो जाता था। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। आज बाजार रात 10 से 11 बजे तक खुले रहते हैं। लोग बाहर निकलकर खरीददारी कर रहे हैं। यह बदलाव विकास का संकेत है और सरकार इसे और मजबूती देने की दिशा में काम कर रही है।
समारोह के दौरान मंत्री ने स्थानीय नेतृत्व और आम लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याएं भी सुनीं। एचएसएफ स्क्वायर सोसाइटी के पदाधिकारियों ने मंत्री का स्वागत करते हुए आवासीय विकास की दिशा में सरकार की पहल की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में आने वाली नई योजना से वाकई आम आदमी को लाभ मिलेगा।
मालूम हो कि मनोहर लाल सरकार ने साल 2016 में दीन दयाल उपाध्याय योजना गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ती दर पर मकान दिलाने के लिए शुरू की थी। सरकार का मानना था कि इस योजना के तहत गरीबों को सामान्य लाइसेंस धारक कॉलोनियों से करीब 40 फीसरी कम दर पर मकान उपलब्ध होंगे। इस योजना के लिए बिल्डरों को भी राहत प्रदान की गई थी और पांच एकड़ जमीन के लिए भी लाइसेंस दिया जाने लगा था। इस योजना में लाइसेंस की दर 25 प्रतिशत कम है। प्लॉट का आकार भी 60 मीटर से 150 मीटर तक है। इसके साथ ही योजना में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए 15 प्रतिशत छूट का प्रावधान रखा गया है।