
ब्लाइंड मर्डर केस में 3 आरोपी गिरफ्तार
लूटपाट के दौरान की 40 वर्षीय व्यक्ति की हत्या
मृतक का आधार कार्ड, बैग व वारदात में प्रयोग 1 बेल्ट बरामद
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 13 अप्रैल। गुरुग्राम पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों दिन में ऑटो चलाते हैं और रात होते ही शिकार की तलाश में जुट जाते थे। इनमें से दो उत्तर प्रदेश के और एक बिहार का निवासी है। पुलिस ने इनके पास से मृतक का आधार कार्ड, बैग और वारदात में प्रयोग 1 बेल्ट भी बरामद की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ब्लाइंड मर्डर केस 5-6 मार्च की रात का है। सेक्टर-14 थाना पुलिस को 6 मार्च को बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाईओवर पर एक अकड़ी हुई लाश मिली थी। लाश की पहचान 40 वर्षीय जितेंद्र सिंह पुत्र शिवनाथ सिंह निवासी हमीरपुर सौमवशी अलीगढ़ अमृतपुर फर्रुखाबाद उत्तर-प्रदेश के रूप में हुई थी। जितेंद्र की मौत की सूचना मिलने पिता शिवनाथ सिंह अगले दिन पुलिस थाने पहुंचा। शिवनाथ ने पुलिस को एक लिखित पत्र के माध्यम से बताया कि उसका बेटा जितेंद्र सिंह लगभग साढ़े तीन साल से शराब के नशे में रहने लगा था और घर से आकर गुरुग्राम में घूमता-फिरता था। पिता ने जितेंद्र की मौत शराब पीने, भूख-प्यास आदि कारण से मानते हुए कोई अंदेशा नहीं जताया था। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था।
इस ब्लाइंड मर्डर केस की परतें तब खुलीं जब 4 अप्रैल को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई। जिसमें जितेंद्र की मौत की वजह मारपीट बताई गई थी। जिसके बाद पुलिस ने केस में हत्या से जुड़ी धाराएं भी जोड़ दी।
इसके बाद पुलिस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में लग गई। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान अनुराग निवासी गांव बलारपुर पोस्ट मलकापुर जिला कनौज (उत्तर-प्रदेश), मोहित मिश्रा निवासी गांव महेंद्र पोस्ट ऑफिस मुड़ियारी जिला बलिया (उत्तर-प्रदेश) और विकास उर्फ दुर्लभ निवासी करमेघ थाना लालमनिया जिला मधुबनी (बिहार) के रूप में हुई है। पुलिस ने 10 अप्रैल को अनुराग व मोहित मिश्रा को गुरुग्राम बस स्टैंड नजदीक से और 13 अप्रैल को विकास उर्फ दुर्लभ को बिहार से गिरफ्तार किया।
अनुराग व मोहित मिश्रा को 11 अप्रैल को अदालत में पेश करके दो दिन की पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया। पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान आरोपियों से की गई पुलिस पूछताछ के आधार पर विकास उर्फ दुर्लभ को बिहार से गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ये सभी ऑटो रिक्शा चलाते हैं और रात के समय ये ऐसे व्यक्ति की तलाश करते हैं जो अकेला घूम रहा हो या अकेला सो रहा हो तो ये उससे उसका सामान चोरी कर लेते हैं या छीन लेते हैं। उन्होंने बताया कि जितेंद्र बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाईओवर पर सो रहा था। उन्होंने उसका बैग चोरी करने की कोशिश की तो जितेंद्र की आंख खुल गई। इसके बाद बैग छीनने के लिए जितेंद्र के साथ मारपीट की। जितेंद्र से बैग छीनने के बाद वे वहां से भाग गए। उस मारपीट के कारण जितेंद्र की मौत हो गई।
अनुराग और मोहित मिश्रा को 2 दिन के पुलिस रिमांड के बाद आज फिर से अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। विकास उर्फ दुर्लभ को राहदारी रिमांड से अदालत में पेश करके 1 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।