
गुरुग्राम, 30 मई। गुरुग्राम में एक विधवा शिक्षिका के साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म, गर्भपात, मारपीट और ब्लैकमेलिंग करने का मामला सामने आया है। भोंडसी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता शिक्षिका ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह भोंडसी में अपने बेटे के साथ किराये के मकान में रहती है। वह एक निजी स्कूल में अध्यापिका थी। उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। स्कूल में काम के दौरान उसकी मुलाकात मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी अजीत प्रताप सिंह कुशवाहा से हुई, जो भोंडसी के भवानी एन्क्लेव में रहता था।
वह वर्ष 2021 में अजीत से संपर्क में आई और उससे फोन पर बातचीत शुरू हुई। अजीत ने हमदर्दी जताते हुए उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। इसके बाद दोनों घूमने-फिरने लगे। 6 नवंबर 2021 को अजीत ने तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर मुझे अपनी अकेडमी में बुलाया। वहां उसने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसको दिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
विरोध करने पर अजीत ने शादी का भरोसा दिलाया। हालांकि, बाद में अजीत शादी से मुकर गया और पीड़िता के अश्लील फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने लगा। उसने बार-बार शारीरिक संबंध बनाए और ब्लैकमेलिंग शुरू की।
इसके बाद 2022 में अजीत ने मुझसे अपने बेटे को ननिहाल छोड़ने के लिए दबाव डाला। उसने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद भी अजीत ने ब्लैकमेलिंग कर एक लाख रुपये ऐंठे और आए दिन मारपीट करने लगा। अक्टूबर 2024 में जब वह गर्भवती हुई, तो अजीत ने झूठ बोलकर गोलियां दीं, जिससे उसका गर्भपात हो गया। वह लगातार गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकियां देता रहा। परेशान होकर मैंने 21 नवंबर 2024 को अजीत के भाई सिद्ध प्रताप को फोन कर अपनी आपबीती सुनाई और भवानी एन्क्लेव में उनके घर जाकर मदद मांगी। सिद्ध प्रताप ने भी शादी कराने से इनकार कर दिया।
इसके बाद मैंने इस साल 20 जनवरी को 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अजीत और सिद्ध प्रताप को चेतावनी दी, लेकिन बाद में अजीत ने फिर से अश्लील सामग्री वायरल करने की धमकी दी। उसने बताया कि डर के कारण मैंने पहले शिकायत नहीं की और स्कूल भी छोड़ दिया। इसके बाद अपनी लीगल एडवाइजर की मदद से मैंने भोंडसी पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।