
कारागार विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील ने किया योग शिविर का शुभारंभ
महानिदेशक ने बंदियों को प्रेरित करते हुए कहा, कारागार में चलने वाले कार्यक्रमों का लाभ उठाकर समाज की मुख्यधारा में दे अपना योगदान
कारागार व आयुष विभाग हरियाणा ने संयुक्त रूप से किया योग शिविर का आयोजन
गुरुग्राम, 31 मई। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों को लेकर कारागार विभाग व आयुष विभाग हरियाणा ने जिला कारागार भोंडसी में आज सुबह योग शिविर का आयोजन किया। शिविर में जिला कारागार गुरुग्राम के 2940 पुरुष बंदी और 105 महिला बंदी सहित कुल 3045 बंदियों ने सुबह 7 से 8 बजे तक योगाभ्यास किया। इस अवसर पर हरियाणा सरकार की तरफ से कारागार विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील, आईपीएस, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
महानिदेशक मोहम्मद अकील ने योग शिविर का शुभारंभ करते हुए प्रतिभागियों को योगाभ्यास से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने की शुभकामना दी। उन्होंने बंदियों के अनुशासन की सराहना की और उन्हें जेल में अनुशासित रहने तथा भविष्य में कारागार में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों का लाभ उठाकर स्वयं को किसी न किसी कौशल में निपुण बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बंदियों से बाहर जाकर अच्छे रोजगार की संभावनाएं तलाशने, अपराध की दुनिया छोड़कर अपने और अपने परिवार को सुखमय जीवन जीने की कामना की।
आयुष विभाग से डॉ. ब्रह्म प्रकाश ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास करवाया। उन्होंने कहा कि नियमित योगाभ्यास व प्राणायाम करने न केवल शरीर निरोग बनता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त होता है। आयुष विभाग की टीम में छह योग शिक्षकों, जिनमें दो महिला योग सहायक और चार पुरुष योग सहायक शामिल थे, ने योग प्रशिक्षण प्रदान किया। सुरक्षा की दृष्टि से, योगाभ्यास तीन अलग-अलग स्थानों पर करवाया गयारू महिला वार्ड की महिलाओं ने महिला वार्ड में, फेस-1 के बंदियों ने फेस-1 में और फेस-2 के बंदियों ने फेस-2 में योग किया।
जिला कारागार के अधीक्षक नरेश गोयल ने महानिदेशक मोहम्मद अकील का शिविर में पहुंचने पर स्वागत किया। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को भी कारागार परिसर में सामूहिक योगाभ्यास कराया जाएगा। उन्होंने कारागार में बंदियों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के लिए दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कारागार का किचन सिस्टम अत्यंत उत्कृष्ट है, जो समय सारणी के अनुसार बंदियों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराता है। साथ ही कारागार में हरा-भरा और स्वच्छ वातावरण कुशलतापूर्वक तैयार किया गया है। बंदियों को योग के साथ-साथ क्रिकेट और फुटबॉल की दो-दो टीमें भी बनाई गई हैं। शिक्षा के क्षेत्र में, जेल में इग्नू और नेशनल ओपन स्कूल के केंद्र हैं, जहाँ बंदियों को 10वीं, 12वीं, स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा दी जाती है। इसके अतिरिक्त, जेल में प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और कंप्यूटर जैसे विभिन्न आईटीआई कोर्स भी चलाए जाते हैं। उन्होंने शिविर के लिए आयुष विभाग का आभार भी प्रकट किया।