
‘प्रोजेक्ट अमृत’ के तहत 23 को जलाशयों की होगी सफाई
गुरुग्राम, 16 फरवरी। प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना का आयोजन 23 फरवरी को सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित के सान्निध्य में शुरू होगा।
संत निरंकारी मंडल के सचिव एवं समाज कल्याण प्रभारी जोगिन्दर सुखीजा ने बताया कि ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ के आदर्श वाक्य से प्रेरणा लेते हुए यह परियोजना पूरे देश के लगभग 1500 से अधिक स्थानों के 900 शहरों के 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ आयोजित की जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल निकायों को संरक्षित करने के विकल्पों के विषय में जनमानस को जागृत करना है ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ भविष्य दिया जा सके।
बाबा हरदेव सिंह महाराज की प्रेरणात्मक शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा स्वच्छता अभियान के उपलक्ष्य में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ‘प्रोजेक्ट अमृत’ का आरम्भ वर्ष 2023 में किया था। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल निकायों का संरक्षण, उनकी स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच ‘जागरूकता अभियान’ के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है। इस परियोजना के अंतर्गत संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न स्थानों के समुद्री तटों, नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं, झरनों आदि जैसे जल निकायों की स्वच्छता पर ध्यान केन्द्रित किया गया और उन स्थलों की सफाई भी की गई। पर्यावरण संरक्षण हेतु चलाए गए इस परियोजना की समाज के हर वर्ग द्वारा प्रशंसा एवं सराहना की गई और यह कार्यक्रम पूर्णतः सफल रहा।
गुरुग्राम की संयोजक बहन निर्मल मनचंदा ने बताया कि ‘अमृत परियोजना’ के अंतर्गत गुरुग्राम में छह जलाशयों पर सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत गांव झाड़सा का तालाब सेक्टर 47, गांव रामपुरा का तालाब सेक्टर 82 ए, गांव गाडौली खुर्द का तालाब सेक्टर 37 बी, गांव भोड़ा खुर्द का तालाब जयपुर हाईवे, दमदमा झील सोहना रोड, सुल्तानपुर झील फर्रुखनगर रोड को साफ किया जाएगा। यहां सभी स्वयंसेवक सफाई करेंगे। संत निरंकारी मिशन सामाजिक एवं कल्याणकारी गतिविधियों में निरंतर अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए पौधरोपण, रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, तलासरी बांध परियोजना, वननेस वन, पर्यावरणीय मुद्दों के विषय में जागरूकता आदि जैसी योजनाओं को क्रियान्वित रूप में संचालित कर रहा है।