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एनएसजी गैरीसन (मानेसर), 14 अक्टूबर। राष्ट्रीय सुरक्षा गाड (एनएसजी) जो गृह मंत्रालय के अधीन भारत की प्रमुख आतंकवाद-रोधी एवं संघीय आपात बल है ने आज अपना 41वां स्थापना दवस एनएसजी गैरीसन मानेसर में मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। र्कायक्रम में सशस्त्र बल, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, राज्य पुलिस संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया।
समारोह की शुरुआत ‘शौर्य स्थल’ पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन करने से हुई। इसके उपरांत कॉम्पोजिट हॉस्पिटल पार्क में पौधारोपण किया गया, जो वृद्धि, लचीलापन और नवप्रेरणा का प्रतीक है। इस अवसर का प्रमुख आकर्षण मा केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा स्पेशल ऑपरेशंस ट्रेनिंग सेंटर की वर्चुअल आधारशिला का अनावरण था। यह अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र उन्नत सामरिक प्रशिक्षण, आतंकवाद-रोधी अनुकरण एवं अंतर-संस्थानिक क्षमता निर्माण हेतु स्थापित किया जा रहा है, जो “वन नेशन, वन रिस्पॉन्स” की राष्ट्रीय संकल्पना के अनुरूप है। यह पहल भारत की आतंकवाद-रोधी संरचना को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अपने संबोधन में अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की पेशेवर दक्षता, अनुशासन एवं परिचालन उत्कृष्टता की सराहना
की। उन्होंने एनएसजी की भूमिका को “फोर्स ऑफ लास्ट रिज़ॉर्ट” के रूप में रेखांकित करते हुए बल की आतंकवाद-रोधी, बंधक मुक्ति, विमान अपहरण-रोधी, बम निष्क्रियकरण तथा निकट सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति ब्लैक कैट कमांडो के अटूट समर्पण की सराहना की।
इस अवसर पर अमित शाह ने एनएसजी की वार्षिक क्षमता निर्माण पुस्तिका “ड्यूटी टू शेयर” का विमो चन भी किया। इस प्रकाशन में राज्य पुलिस बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों एवं मैत्री पूर्ण विदेशी देशों के साथ एनएसजी द्वारा किए गए ज्ञान-साझाकरण एवं क्षमता निर्माण के प्रयासों का विवरण है। यह प्रकाशन सामूहिक तत्परता एवं समन्वित प्रतिक्रिया की भावना को पुष्ट करता है।
कार्यक्रम के अंतर्गत् एक संयुक्त परि चालन प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया, जिसमें आतंकवाद-रोधी एवं हस्तक्षेप क्षमताओं का
प्रदर्शन किया गया। इसमें काउंटर टेररिस्ट और क्लोज प्रोटेक्शन फोर्स अभ्यास, कॉम्बैट फ्री फॉल, हेलीकॉप्टर स्लिदरिंग, बम निष्क्रियकरण एवं के-9 प्रदर्शन तथा मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन शामिल था। यह प्रदर्शन एनएसजी की दक्षता, तत्परता एवं पेशेवर उत्कृष्टता का सजीव प्रतीक रहा।
पिछले एक वर्ष में एनएसजी ने अपने प्रशिक्षण एवं परिचालन ढांचे को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर आधुनिकीकरण, आधारभूत संरचना उन्नयन एवं तकनीकी एकीकरण की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाए हैं। बल में काउंटर ड्रोन, नाइट ऑपरेशन एवं प्रिसीजन एंगेजमेंट की नई प्रणालियां सम्मिलित की गई हैं। एनएसजी ने राज्य पुलिस बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ संयुक्त अभ्यासों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से समन्वय को और सुदृढ़ किया है तथा मित्र देशों के
साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग का भी विस्तार किया है। एनएसजी के प्रशिक्षण संस्थानों को उत्कृष्टता के लिए मान्यता प्राप्त हुई है, जो इसे राष्ट्रीय एवं वैश्वि क आतंकवाद-रोधी प्रशिक्षण का एक प्रमुख केंद्र बनाती है।
एनएसजी का हैदराबाद हब अब वामपंथी उग्रवाद संबंधी अभियानों हेतु पुनः संरचित किया गया है और इसमें नवीन हथियार प्रणालियां, मिशन-विशिष्ट उपकरण एवं संशोधित यूनि फॉर्म प्रोफाइल सम्मिलित की गई हैं। बम निष्क्रियकरण एवं काउंटर-आईईडी के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में मान्यता प्राप्त एनएसजी प्रशिक्षण केंद्र ने ISO 9001 प्रमाणन प्राप्त किया है तथा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत् उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु प्रशंसा प्राप्त की है।
महानिदेशक राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड बृह्गु श्रीनिवासन, आईपीएस ने बल के सभी अधिकारियों एवं कर्मियों की पेशेवर दक्षता, कर्तव्यनिष्ठा एवं उच्च परिचालन मानकों की सराहना की। उन्होंने बल के मनोबल, तत्परता एवं अनुकूलनशीलता की प्रशंसा करते हुए यह पुनः पुष्टि की कि एनएसजी राष्ट्र की सेवा में निरंतर आधुनिकीकरण, समन्वय एवं अंतर-संस्थानिक सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान एवं अमित शाह के साथ सामूहिक फोटो ग्राफ से हुआ।
1984 में स्थापित राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड आज भी भारत की आतंकवाद-रोधी संरचना का अग्रणी स्तंभ है, जो अपने आदर्श वाक्य “सर्वत्र सर्वाेत्तम सुरक्षा” को चरितार्थ करते हुए राष्ट्र की संप्रभुता एवं अखंडता की रक्षा में साहस, निपुणता एवं सम्मान के साथ सतत् समर्पित है। कार्यक्रम में एनएसजी के अधिकारियों, कार्मिकों और उनके परिवारों की उत्साही भागीदारी रही, जिसने बल की गौरवपूर्ण परंपरा, सेवा भावना और एकता की भावना को अभिव्यक्त किया।



