शांति सम्पन्न भारत
एमिटी का Grand Annual function Celebration!
शांति सम्पन्न भारत की थीम पर किया गया आयोजन
भारतीय विरासत की एग्जीबिशन बनी आकर्षण का केंद्र
सैकड़ों स्कूली छात्रों ने किया पार्टिसिपेट
अपने हुनर से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
प्रिंसिपल आरती चोपड़ा समेत चेयरपर्सन अमिता चौहान ने की शिरकत
उत्सव के दौरान प्रतिभाशाली बच्चो को किया गया सम्मानित
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 8 दिसंबर। गुरुग्राम का नामी एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव का रविवार को सेक्टर 46 में भव्य आयोजन हुआ। हर साल की तरह इस बार भी बच्चों ने अपने हुनर से महफ़िल लूट ली… लेकिन इस उत्सव की सबसे बड़ी खासियत रही—”शांति सम्पन्न भारत” की थीम।
नई पीढ़ी में शांति, सद्भावना और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान पैदा करने के संदेश के साथ यह आयोजन किया गया। वहीं भारतीय विरासत पर आधारित एक खास इंडियन हैरिटेज एग्ज़िबिशन भी लगाई गई। जहां प्राचीन कलाओं, सांस्कृतिक प्रतीकों और पारंपरिक चीजों को बच्चों ने खुद तैयार किया था। एग्ज़िबिशन पूरे आयोजन का मुख्य आकर्षण बनी रही, जिसे अभिभावकों और मेहमानों ने खूब सराहा।
उत्सव में सैकड़ों स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया…
किसी ने नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया… तो किसी ने अपने म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स की धुनों से पूरे माहौल को सुरमय बना दिया। कार्यक्रम में एमिटी की चेयरपर्सन अमिता चौहान और स्कूल की प्रिंसिपल आरती चोपड़ा भी मौजूद रही। जिन्होंने बच्चों का उत्साह बढ़ाया और उनके प्रयासों की सराहना की। उत्सव के दौरान उन छात्रों को भी सम्मानित किया गया। जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
मीडिया से बातचीत में प्रिंसिपल आरती चोपड़ा ने बताया कि शांति सम्पन्न भारत थीम का इनिशिएटिव अमिता चौहान की ओर से लिया गया। प्रिंसिपल ने कहा कि पूरी दुनिया में आज जहां युद्ध और अशांति का माहौल है। वहीं, हम चाहते हैं कि बच्चे अपने भीतर शांति, सह-अस्तित्व और मानवता की भावना को मजबूत करें।
उन्होंने बताया कि एमिटी में बचपन से ही बच्चों को अपनी भारतीय संस्कृति, विरासत और वैल्यूज़ से जोड़ने पर जोर दिया जाता है।
स्कूल उन्हें मोटिवेट करता है कि वे अपने खाली समय में प्रोडक्टिव चीजें करें—जैसे म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स सीखना, भारतीय इतिहास को समझना और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाना। प्रिंसिपल का कहना था कि यह पीस प्रोजेक्ट केवल एक थीम नहीं, बल्कि एक सोच है, जिसे बच्चों के मन में हमेशा के लिए बसाया जा रहा है, ताकि आने वाले कल में यही बच्चे पूरी दुनिया में शांति का संदेश फैलाएं।
शांति संपन्न भारत की ये थीम वाकई सराहनीय कदम कहा जा सकता है, क्योंकि अगर स्कूली स्तर पर ही बच्चों को भारतीय संस्कृति और विरासत के बारे मेंपढ़ाया जाएगा तो यही बच्चे आने वाले समय भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम हो जाएंगे।



