
‘लोगों ने पिछले 10 वर्षों में विकास का स्वाद चखा‘
विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को लेना होगा संकल्प
मास्टर्स यूनियन प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे उपराष्ट्रपति
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 12 जनवरी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि युवा इच्छा शक्ति के आधार पर सपनों को साकार करने में अवश्य सफल हो सकते हैं। आर्थिक विकास और लोगों की बढ़ती अपेक्षाओं का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि लोगों ने पिछले 10 वर्षों में विकास का स्वाद चखा है। अब उनकी उन्नति की उम्मीदें और बढ़ गई है। हमारा भारत बदल रहा है। यह इतना बदल चुका है कि हम जैसे लोग कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। आज हमारा भारत दुनिया के लिए एक उदाहरण बन चुका है। पिछले दशक में दुनिया में कोई भी देश इतनी तेजी और स्थिरता से नहीं बढ़ा है, जितना भारत बढ़ा है। अब लोगों की अपेक्षाएं बहुत अधिक हैं। इन अपेक्षाओं को पूरा करना होगा। आपको आउट ऑफ बॉक्स सोचना होगा।
गुरुग्राम साइबर पार्क स्थित प्रबंधन शिक्षण संस्थान मास्टर्स यूनियन के चैथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर रहे उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि युवाओं को खुद पर विश्वास करना चाहिए। लोकतंत्र को प्रभावी बनाने में युवाओं की भूमिका और संसद के प्रतिनिधियों और जन प्रतिनिधियों के कर्तव्यों को दोहराते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आप मुझे संविधान सभा की याद दिलाते हैं। जिन्होंने कठिन मुद्दों पर चर्चा की। सहमति प्राप्त करना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने बहस, संवाद, विचार-विमर्श और चर्चा में विश्वास किया। वे कभी भी विघटन या व्यवधान में नहीं लगे।
उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि आप शासन के सबसे प्रभावशाली हिस्सेदार हैं। आप विकास के इंजन हैं। अगर भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है, तो चुनौती बहुत बड़ी है। हम पहले ही पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, लेकिन आय आठ गुना बढ़ानी होगी। यह एक बड़ी चुनौती है। इस पर कार्य करना होगा। स्वामी विवेकानंद के शब्दों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि उठो, जागो और तब तक मेहनत करो, जब तक कि आप मंजिल तक पहुंच नहीं जाते।
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं को मैनेजमेंट पाठ्यक्रम पूरा करने की शुभकामना प्रदान करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारा देश करीब पांच हजार साल पुरानी सभ्यता की विरासत को साथ लेकर चल रहा है। भारत की दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है और दुनिया के दूसरे देश भी हमारी पुरातन संस्कृति का लोहा मानते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी परंपराओं पर चलते हुए युवाओं को देश के विकास में अपना योगदान देना चाहिए। हमारे पास बेहतरीन मानव संसाधन और नौकरशाही है, जो किसी भी बदलाव को ला सकती है।
‘गुरुग्राम को ग्रीन ग्राम बनाना है‘
उपराष्ट्रपति ने राज्य के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और जिला उपायुक्त अजय कुमार से कहा कि गुरुग्राम में सभी मूलभूत नागरिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम को ग्रीन ग्राम भी बनाना है। लोगों को बेहतर व्यवस्थाएं देनी हैं। गुरुग्राम प्रशासन से उन्हें काफी उम्मीदें हैं। जितनी भी जनसमस्याएं हैं, उन्हें दूर करने में लोगों को भी प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
‘महिला आरक्षण ऐतिहासिक कदम‘
उपराष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान सरकार ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण प्रदान कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। वर्ष 2023-24 में कर्तव्य पथ पर महिला शक्ति का प्रदर्शन किया गया। मास्टर्स यूनियन संस्थान परिसर में उपराष्ट्रपति धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी डाॅ. सुदेश धनखड़ ने एक पेड़ मां के नाम से पौधे भी लगाए।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति के साथ मंच पर हरियाणा प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल, राज्यसभा सदस्य अशोक मित्तल, मास्टर्स यूनियन के संस्थापक प्रथम मित्तल, जिला परिषद की चेयरमैन दीपाली चैधरी, गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार, डीसीपी नाजनीन भसीन और एसडीएम रविंद्र कुमार भी मौजूद थे।