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किसानों की लड़ाई केंद्र से, पंजाब सरकार बीच में ना आए
चंडीगढ़, 16 जनवरी। अपनी मांगों को लेकर शंभू व खनौरी सीमा पर बैठे किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर कूच करेंगे। इस बार 101 किसान पैदल ही दिल्ली करेंगे। 21 जनवरी को किसान शंभू सीमा से दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आज इसका ऐलान किया।
पंधेर ने साफ किया कि कहा जा रहा है कि मोदी सरकार झुकेगी नहीं, लेकिन किसान जत्थेबंदियां भी अडिग हैं। केंद्र सरकार से एमएसपी की कानूनी गारंटी लेने के साथ-साथ किसानों और मजदूरों के कर्ज भी माफ कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा मजदूरों को नरेगा के तहत 200 दिनों का रोजगार यकीनी बनाने के साथ उन्हें अच्छी दिहाड़ी भी दिलाई जाएगी। पंधेर ने कहा कि खनौरी सीमा पर जिस तरह से केंद्र की शह पर हरियाणा पुलिस फोर्स गीदड़ भभकियां देने के लिए आगे बढ़ी, वह सरासर अनुचित है। उन्होंने हरियाणा पुलिस को पीछे हटने की चेतावनी दी।
पंधेर ने कहा कि 111 किसानों का जत्था शांतिपूर्ण ढंग से आमरण अनशन पर बैठा है। इसमें हरियाणा पुलिस को क्या आपत्ति है! पंधेर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाबी फेरी का विरोध करने पर किसानों के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे। पंजाब सरकार इन पर्चों को रद्द करे। पंधेर ने कहा कि किसानों की लड़ाई केंद्र सरकार से है, इसके बीच में पंजाब सरकार न आए। पंधेर ने साफ-साफ कहा कि सीमाओं पर किसान आंदोलन जारी रहेगा, फिर चाहे इसमें कितना ही लंबा समय क्यों न लग जाए और चाहे किसानों को कितनी ही कुर्बानियां क्यों न देनी पड़ें, हम पीछे नहीं हटेंगे।