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Bilkul Sateek News
नई दिल्ली, 7 मई। भारतीय सेना के मंगलवार देररात कामयाब ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बौखलाया पाकिस्तान लगातार एलओसी पर गोलाबारी कर रहा है। जिसकी चपेट में आकर 4 बच्चों समेत 15 निर्दोष नागरिक मारे गए हैं। इनमें गुरुद्वारा साहिब का रागी भी शामिल है। वहीं, गुरुद्वारा साहिब पर पाकिस्तानी हमले के बाद सिख समुदाय में भारी रोष है और उन्होंने पाकिस्तान से बदला लेने की मांग की है।
भारतीय सेना ने कल देररात करीब 1.45 पर पहलगाम के सिंदूर का बदला ऑपरेशन सिंदूर करके लिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें निशाना बनाया गया। जिसमें कम से 90 आतंकियों की मौत हो गई। ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाई पाक सेना भी एलओसी पर लगातार गोलीबारी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने क्षेत्र में ऑपरेशन सिंदूर होने के तुरंत बाद पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार रात को जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर सीजफायर तोड़ दिया। पाकिस्तानी सेना लगातार भारी गोलाबारी से भारतीय सीमा के अंदर आम नागरिकों को निशाना बना रही है। रक्षा सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आकर पुंछ और तंगधार इलाकों में करीब 15 निर्दाेष भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 43 अन्य घायल हुए हैं। पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी से दर्जनों घर नष्ट हो गए हैं, जबकि एक गुरुद्वारे को भी भारी नुकसान पहुंचा है। गुरुद्वारे के गोलाबारी में नष्ट होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) भड़क गया है और उसने केंद्र सरकार से पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग की है।
पुंछ सेक्टर में एलओसी के पास मौजूद गुरुद्वारा साहिब पर भी पाकिस्तानी सेना की तरफ से की गई शैलिंग के दौरान बम गिरा है। इससे गुरुद्वारे में मौजूद रागी भाई अमरीक सिंह समेत 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। हमले में मारे गए अन्य लोगों की पहचान अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह और रूबी कौर के तौर पर हुई है। पंजाब सरकार ने जम्मू-कश्मीर में गुरुद्वारे पर पाकिस्तानी हमले की आलोचना की है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे कायरता वाला हमला कहा है, जबकि विपक्षी दल शिअद के नेता सुखबीर सिंह बादल ने इसे अमानवीय हमला बताया है।
जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण नष्ट हुए घर दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्तानी सेना की तरफ से बिना रूके लगातार गोलाबारी करने से यहां के ग्रामीणों में खौफ का माहौल बना हुआ है। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें कई पाकिस्तानी सैनिकों के मरने की खबर है। पुंछ और तंगधार के अलावा बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर और केरनी में गोलाबारी की गई है। बारामूला जिले के उड़ी सेक्टर में गोलाबारी की चपेट में आकर 5 बच्चों समेत 10 लोग घायल हुए हैं, जबकि राजौरी जिले के ठंडी कस्सी, इरा दा खेत्र, गंभीर ब्राह्मण तथा कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की भारी फायरिंग हुई है। इसके चलते लोगों ने अपने घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में शरण ली है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीमावर्ती क्षेत्रों के मौजूदा हालात की समीक्षा करने के लिए एक हाई लेवल इमरजेंसी मीटिंग आयोजित की है। जम्मू इलाके के 5 और कश्मीर इलाके के 3 जिलों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। साथ ही जम्मू, श्रीनगर और लेह से हवाई सेवा भी एहतियातन निलंबित कर दी गई है। माता वैष्णो देवी धाम कटड़ा में हेलिकॉप्टर सेवा अगले आदेश तक बंद की गई है, सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करके उन्हें काम पर लौटने के आदेश दिए गए हैं।
सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार भारी गोलाबारी की चपेट में आकर लोगों के घायल होने की संख्या बढ़ रही है। इसके चलते जम्मू में गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार कर लिया गया है। अस्पताल में 200 इमरजेंसी बेड तैयार किए गए हैं। अस्पताल के सीएमएस डॉ. वीरेंद्र त्रिसाल ने बताया कि सभी तरह की दवाएं और अन्य आवश्यक वस्तुओं का कोटा तैयार कर लिया गया है। मिनी आईसीयू के तौर पर इमरजेंसी बेड पर वेंटिलेटर और मॉनिटर भी लगाए गए हैं।
भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू के पाकिस्तानी सीमा से सटे इलाकों में भी ड्रोन देखे गए हैं। बहुत सारे लोगों ने जम्मू, अरनिया, आरएसपुरा, पुंछ, अखनूर, परगवाल में भारतीय आसमान में लाल गोले और ड्रोन घूमते हुए देखने का दावा किया है। कई लोगों ने इन्हें मोबाइल में भी रिकॉर्ड किया है।