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Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 23 अप्रैल। गुरुग्राम की हिमांशी को पहलगाम आतंकी हमला जिंदगी भर का ना भूलने वाला गम दे गया। इस आतंकी हमले से चंद दिन पहले हिमांशी करनाल के रहने वाले नौसैन्य अधिकारी विनय नरवाल के साथ सात जन्मों के अट्टू बंधन में बंधी थी।
दोनों की शादी 16 अप्रैल को हुई थी और 19 अप्रैल को करनाल में शादी की पार्टी दी थी। इसके बाद 21 अप्रैल को हिमांशी और विनय गुरुग्राम सेक्टर 47 आए थे और यही से सीधे दिल्ली एयरपोर्ट से कश्मीर हनीमून के लिए चले गए थे। परंतु अगले ही दिन 22 अप्रैल की तारीख हिमांशी को जिंदगी भर का ना भूलने वाला दर्द दे गई। हिमांशी के हाथों से अभी महेंदी का रंग भी नहीं उतरा था कि पहलगाम आतंकी हमले में उनका सुहाग छिन गया। हमले की तस्वीरें और यादें हिमांशी के जहन में तमाम उम्र नहीं मिट पाएंगी।
विनय नरवाल को आतंकियों ने छाती, गले और उल्टी बाजू के पास गोलियां मारी थी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हमले में हिमांशी सुरक्षित हैं। इस घटना के बाद हिमांशी का पति विनय की लाश के साथ वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में हिमांशी कांपती हुई आवाज में बता रही है, ‘हम बस भेलपुरी खा रहे थे और फिर उसने मेरे पति को गोली मार दी। बंदूकधारी ने कहा कि मेरे पति मुसलमान नहीं हैं और फिर उन्हें गोली मार दी।‘
विनय नरवाल ने 2 साल पहले ही नौसेना में नौकरी शुरू की थी। इन दिनों वह कोच्चि में तैनात में थे। बीटेक करने के बाद विनय भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे।
शादी का वीडियो वायरल
26 वर्षीय विनय और हिमांशी की शादी का वीडियो भी सामने आया है। 16 अप्रैल को ही विनय की शादी हुई थी और इसके बाद वह हनीमून के लिए पहलगाम घूमने गए थे।
स्विट्जरलैंड का वीजा नहीं मिला था, इसलिए गए थे कश्मीर
विनय के दादा ने पत्रकारों को बताया कि वो शादी के बाद स्विट्जरलैंड जाना चाहता था लेकिन वीजा नहीं मिला था इसलिए वो कश्मीर गया था। इस बीच मुख्यमंत्री सैनी ने वीडियो कॉल पर दादा से बात की तो दादा ने सीएम से कहा कि उनकी प्रधानमंत्री मोदी से भी अपील है कि आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाए।
कश्मीर के पहलगाम शहर के पास ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर पर्यटन स्थल बैसरन घाटी में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 में पुलवामा में हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे बड़ा हमला है।
जैसे ही यह खबर फैली, देशभर में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठने लगी। विनय के घर और गांव में मातम का माहौल है। अपने पोते की मौत पर विनय के दादा फूट-फूट कर रोए।