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गुरुग्राम, 2 अक्टूबर। गुरुग्राम जिले में प्रदूषण को देखते हुए रामलीला कमेटियों ने रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों की ऊंचाई में कमी की है। इस बार जिले में सबसे ऊंचा रावण 65 फुट का होगा, जिसका दहन न्यू कॉलोनी में होगा। गुरुग्राम जिले में पिछली बार इन पुतलों की ऊंचाई 100 फुट से भी ज्यादा था। श्री दुर्गा रामलीला कमेटी ने भी अपने पुतले की ऊंचाई 60 से 70 फुट की है। पूरे जिले में 35 से ज्यादा जगहों पर रावण दहन के बड़े कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। जिसको लेकर पुलिस ने ट्रैफिक और सुरक्षा को लेकर विशेष ड्यूटियां लगाई हैं। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों और सोसाइटियों के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल की मौजूदगी रहेगी। सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से आयोजन स्थलों की हर गतिविधि पर विशेष टीमें नजर रखेंगी।
थाना पुलिस पुलिस और पीसीआर अपने क्षेत्र में लगातार गश्त करती रहेंगी। जिन स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा। उन स्थानों की विशेष रूप से निगरानी होगी। रावण दहन स्थल के निकट पर्याप्त मात्रा में पानी, अग्निशमन यंत्रों और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
इस बीच, श्री द्रोणाचार्य रामलीला कमेटी के प्रवक्ता ऋतुराज और सुनील सैनी ने बताया कि पहले रावण का पुतला 100 फुट तक बनाया जाता था, लेकिन शहर में दशहरे के बाद प्रदूषण स्तर बढ़ने लगता है। इस कारण प्रदूषण की रोकथाम के लिए पुतले की ऊंचाई को घटा दिया गया है। श्री दुर्गा रामलीला कमेटी ने प्रदूषण कम फैलाने के लिए पुतलों में केवल ग्रीन पटाखों के ही प्रयोग का निर्णय लिया है।
शहर में लगभग सभी जगह शाम को 6 बजे के बाद रावण दहन होगा। सराय अलावर्दी में दशहरा के अवसर पर शाम 8 बजे रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का पुतला दहन होगा। रामलीला कमेटियों द्वारा इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।



