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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 24 दिसंबर। फरीदाबाद में एक बार फिर से चाचा-भतीजे में जुबानी जंग तेज हो गई है। चाचा के एक बयान पर भतीजे ने तंज कसते हुए कहा कि जब चाचा का दिमाग खराब हो गया है तो भतीजा क्या करेगा!
केंद्रीय मंत्री राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर से प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों ने जब रिश्ते में उनके चाचा और पूर्व सांसद अवतार सिंह भडाना के एक बयान पर सवाल किया गया तो वे भी अपने चाचा पर कटाक्ष करने से पीछे नहीं हटे और कहा कि जब चाचा का दिमाग खराब हो जाए तो उसका क्या समाधान हो सकता है!
इसके अलावा उन्होंने अरावली पर्वत श्रृंखला पर कहा कि उसको अरावली ही रहने देंगे और किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण इस पर नहीं होगा। हाल ही में पलवल के अंदर बदले गए चेयरमैनों के सवालों के जवाब में कहा कि यह पार्टी का फैसला है इसमें किसी की हार और किसी की जीत नहीं है।
इससे पहले गुर्जर ने यहां पर लघु सचिवालय में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी (डीडीसीएमसी-दिशा) की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने केंद्र और प्रदेश योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने इन योजनाओं में आने वाली दिक्कतों को जल्द से जल्द दूर कर इन्हें तेजगति से चलाने के आदेश दिए। उन्होंने करोड़ों रुपये के पौधारोपण अभियान को लेकर एक कमेटी बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसकी जांच की जाए कि कितने पौधे कहां-कहां लगाए गए।
वहीं उन्होंने आबादी के हिसाब से पानी की सप्लाई सुनिश्चित किए जाने के आदेश दिए और कहा कि पानी का वितरण समान रूप से हो सके, ताकि सभी को पानी उपलब्ध हो सके। गुजरते अरावली पर्वत श्रृंखला को लेकर कहा कि अरावली को अरावली ही रहने दिया जाएगा और कोई अवैध निर्माण नहीं होगा।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि विकास को लेकर हर 3 महीने के अंतराल पर बैठकों का आयोजन होता रहता है। जिसमें केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार की जो योजनाएं हैं उनकी समीक्षा की जाती है और चल रही योजना में जो परेशानियां हैं उन पर चर्चा होती है और उन्हें तेजी से आगे बढ़ने का काम किया जाता है।
उन्होंने बताया कि फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के कई काम वन विभाग की एनओसी के चलते रुके हुए हैं जिसको लेकर जिला फॉरेस्ट ऑफिसर को कहा गया है और वह काम भी जल्दी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना और खासकर पानी उपलब्ध करवाना जरूरी होता है। इसलिए आबादी के हिसाब से पानी का बंटवारा और सप्लाई होनी चाहिए और ऐसा नहीं होना चाहिए कि किसी क्षेत्र में पानी की सप्लाई ज्यादा है और किसी क्षेत्र में बहुत कम सप्लाई हो रही है, क्योंकि पानी सभी को चाहिए।



