
गुरुग्राम, 18 जनवरी। ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल ने आज एक यादगार प्रशस्ति समारोह आयोजित किया। जिसके बाद 12वीं कक्षा के छात्रों-छात्राओं के लिए फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया। सेमिनार हॉल में आयोजित कार्यक्रम एक भावनात्मक और महत्वपूर्ण अवसर था, जो छात्रों की वर्षों की कड़ी मेहनत का परिणाम और नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक था। यह अपने अध्यापक-अध्यपिकाओं के सानिध्य में ग्रहण किए गए ज्ञान व आशीर्वाद के साथ आगे बढ़ने के लिए एक सुनहरा अवसर देने का समय था, दूसरे शब्दों में परिंदों को आसमान देने का समय था।
दिन की शुरुआत प्रशस्ति समारोह से हुई, जहां 12वीं कक्षा के प्रत्येक छात्र को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों, नेतृत्व कौशल और विभिन्न स्कूल की गतिविधियों में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य त्रिलोक सिंह बिस्ट ने छात्रों के समर्पण और दृढ़ता की प्रशंसा करते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने स्कूल में अपने समय के दौरान छात्रों के अद्वितीय गुणों और उपलब्धियों को स्वीकार करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। विद्यार्थी इस मान्यता से बहुत प्रभावित हुए और अपनी कड़ी मेहनत से अर्जित उपलब्धियों पर गर्व महसूस किया।
ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल अपने विद्यार्थियों को खेल, आई.टी., शारीरिक शिक्षा, गणित-विज्ञान, साहित्य-संगीत, वाणिज्य-व्यवसाय की शिक्षा के साथ नेतृत्व व प्रबंधन की अभिक्षमता को निखारने के लिए छात्रों को विशेष वातावरण मुहैया करता है। यह अवसर विद्यार्थियों के लिए उनके उत्कृष्ट व्यक्तित्व का सैद्धांतिक मूल्यांकन है।
यादों से भरा विदाई समारोह शुरू हुआ। कनिष्ठों ने नृत्य-गीत और जीवंत प्रस्तुतियों से हर ओर आनंद ही आनंद बिखेर दिया। हेड बॉय और हेड गर्ल ने स्कूल में अपने अनुभवों को दर्शाते हुए और शिक्षकों-शिक्षिकाओं, कर्मचारियों और साथी छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया जिससे सबकी आंखें नम हो गईं। इसके बाद जब छात्रों ने अपनी सुखद यादें और दोस्ती के पल साझा किए तो हॉल हंसी और खुशी के विशेष क्षणों से भर गया।
शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने भी छात्रों के भविष्य के प्रयासों के लिए अपनी शुभकामना साझा कीं, उन्हें अपने सपनों का पीछा करने और स्कूल में सीखे गए मूल्यों से हमेशा जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया। इस समारोह में ब्लू बैल्स ग्रुप ऑफ स्कूल्स की सम्मानित निदेशिका डॉ. सरोज सुमन गुलाटी ने छात्रों को आशीर्वाद देते हुए उनके मातापिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को देश का एक सच्चा नागरिक बनाने के लिए हमेशा प्रयास करते रहें ताकि उनके बच्चों की कल्पना मूर्त रूप ले सके।