
चंडीगढ़ : चंडीगढ़में आज केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता शामिल होंगे। इस दौरान खनौरी में 88 दिन से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और अन्य किसान नेता भी बैठक में मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले 14 फरवरी को हुई बैठक में शिवराज चौहान अपने बेटे की शादी के कारण शामिल नहीं हो पाए थे। उस बैठक में किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई थी, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया था। किसानों की मांगों पर चर्चा जारी है, और आज की बैठक में किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
डल्लेवाल ने शुभकरण को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि एक वर्ष बीत जाने के बावजूद उसकी मौत के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हीं अधिकारियों को राष्ट्रपति अवार्ड के लिए नामित किया गया था, जिसे किसानों के विरोध के बाद वापस लिया गया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने चेतावनी दी कि अगर आज की बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, तो 25 फरवरी को किसान शंभू से पैदल हरियाणा की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी किसानों का मुख्य मुद्दा है, और सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने होंगे।
पिछले हफ्ते चंडीगढ़ में हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने दावा किया था कि सरकार ने पिछले 10 वर्षों में किसानों की फसलों को MSP पर खरीदा है। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने सरकार के इस दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2004 से 2014 तक फसलों के दाम 100% तक बढ़ाए गए थे, जबकि 2014 के बाद यह सिर्फ 57% बढ़े हैं, जबकि महंगाई 59% बढ़ चुकी है।
14 फरवरी को करीब तीन घंटे चली बैठक में भी MSP समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी, लेकिन कृषि मंत्री शिवराज चौहान की गैरमौजूदगी के कारण कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका। आज की बैठक में MSP की गारंटी और किसानों की अन्य मांगों पर सरकार क्या रुख अपनाती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।