
आरोपी विदेश भागे, पुलिस से सख्त एक्शन लेने की मांग
पिहोवा व कुरुक्षेत्र में खोले थे कार्यालय
Bilkul Sateek News
कैथल, 15 मार्च। कैथल में 100 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। बिट फिक्स (Bit Fix) ने 25 महीने में रकम को डबल करने का लालच देकर लगभग 900 लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। कंपनी ने शुरूआत में कुछ लोगों को आकर्षक रिटर्न दिया, जिससे उसके पास निवेश करने वालों की लाइन लग गई। कंपनी ने लोगों में विश्वास जगाने के लिए पिहोवा व कुरुक्षेत्र में कार्यालय खोले थे। जब एक बड़ी रकम एकत्र हो गई तो कंपनी के संचालक गुरबाज और सोनू देश छोड़कर भाग गए। ठगे गए निवेशकों ने पुलिस और केंद्र सरकार से दोनों धोखेबाजों को देश में वापस लाने के लिए गुहार लगाई है। कंपनी ने लगभग 100 करोड़ रुपये इन निवेशकों से एकत्र किए थे। ये निवेशक अब अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
पिहोवा और कुरुक्षेत्र में कार्यालयों में कंपनी के एजेंट और कर्मचारी निवेशकों को यह भरोसा दिलाते थे कि उनका पैसा सुरक्षित है और 25 महीने में 100 फीसदी से अधिक का रिटर्न मिलेगा। कंपनी ने शुरू में कुछ लोगों को निवेश पर लाभ देकर उनके जरिए प्रचार करवाया। जिसके लालच में पुलिसकर्मी, डॉक्टर, बिजनेसमैन, नौकरीपेशा और ग्रामीण तक आ गए। उन सबने अपनी मेहनत की कमाई इसमें लगा दी। किसी ने रिटायरमेंट का पैसा लगाया, तो किसी ने अपनी जमीन बेचकर निवेश कर दिया। अचानक कंपनी के दोनों कार्यालयों पर ताला जड़ दिया गया और संचालक विदेश फरार हो गए।
ठगी के शिकार निवेशकों ने कैथल के जसवंती गांव में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार और प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए कहा कि उनकी जिंदगी की पूरी कमाई चली गई है और अब वे आर्थिक संकट में हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उनका पैसा वापस दिलाया जाए। हालांकि, सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को यह कहकर हटा दिया कि धरना देने के लिए प्रशासन की अनुमति जरूरी है। सब-इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने बताया कि यह पैसों के लेन-देन से जुड़ा मामला है और निवेशकों को कानून का पालन करना होगा।
ठगी के मुख्य आरोपी गुरबाज और सोनू घोटाले के बाद विदेश भाग चुके हैं। पुलिस को शक है कि वे किसी अन्य देश में छिपे हुए हैं। अब पुलिस इनके अंतरराष्ट्रीय ठिकानों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही है। इस मामले में पीड़ित निवेशकों ने प्रशासन से मांग की है कि एजेंसियों की मदद से इन आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। निवेशकों का कहना है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन करेंगे।