वित्तीय मंजूरी के लिए इन कार्यों को अब जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के समक्ष रखा जाएगा
- 10 करोड़ रुपये से नीचे के कार्यों को जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपने स्तर पर मंजूरी प्रदान कर सकते हैं
- 10 करोड़ से अधिक राशि के टेंडर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में रखा जाएगा
- 140.45 करोड़ रुपये नए और पुराने गुरुग्राम की सड़कों की मरम्मत खर्च किए जाएंगे
- 59.55 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेस वे से मानेसर तक जा रही सड़क को नए सिरे से बनाया जाएगा
प्रदीप नरुला
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के इंजीनियरिंग सैल ने नौ विकास कार्यों के लिए 207.7 करोड़ रुपये के आमंत्रित टेंडर को तकनीकी मंजूरी प्रदान कर दी है। सोमवार को इन टेंडर को वित्तीय मंजूरी के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी के समक्ष रख दिया है। 10 करोड़ रुपये तक के कार्यों को तो मुख्य कार्यकारी अधिकारी की मंजूरी मिलने के पश्चात ठेकेदार को काम आवंटित कर दिया जाएगा, लेकिन इस राशि से ऊपर के कार्यों को मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में होने वाली हाई पावर परचेज कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के पश्चात ठेकेदार को टेंडर आवंटित किए जाएंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से करीब 140.45 करोड़ रुपये के टेंडर तो सिर्फ नए और पुराने गुरुग्राम की मुख्य सड़कों की मरम्मत को लेकर हैं।
बता दें कि जीएमडीए ने यह सभी टेंडर 12 से 14 जून के बीच में आमंत्रित किए थे। इन सभी की तकनीकी और वित्तीय बिड को खोला जा चुका है। तकनीकी बिड को इंजीनियरिंग सैल से मंजूरी प्रदान कर दी है। अब वित्तीय बिड की मंजूरी मिलने के बाद ठेकेदार को टेंडर आवंटित कर दिए जाएंगे, जिसके बाद इसके तहत काम शुरू हो जाएगा।
द्वारका एक्सप्रेस वे से मानेसर तक की सड़क बनेगी
द्वारका एक्सप्रेस वे से मानेसर तक जा रही सड़क का निर्माण नए सिरे से किया जाएगा। इसको लेकर 59.55 करोड़ रुपये के टेंडर आमंत्रित किए थे। इस योजना के तहत तीन-तीन लेन की मुख्य सड़क के साथ-साथ साइकिल ट्रैक, फुटपाथ और बरसाती नाले का निर्माण किया जाएगा। इस सड़क से रोजाना हजारों की संख्या में वाहन चालक मानेसर के औद्योगिक एरिया में जाते हैं। मौजूदा सड़क की हालत खराब होने के कारण उन्हें असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसके नए सिरे से बनने के बाद दिल्ली-जयपुर हाइवे पर भी यातायात दबाव कम हो जाएगा। इसे बनाने में 18 महीने का समय लगेगा।
सेक्टर-58 से 67 तक की सर्विस रोड बनेगी
योजना के तहत सेक्टर-58 से लेकर 67 तक सर्विस रोड का निर्माण किया जाएगा। मौजूदा समय में सर्विस रोड कई जगहों पर नहीं है। इस वजह से इस सेक्टर में विकसित रिहायशी सोसाइटियों के निवासियों को मुख्य सड़क पर चलना पड़ता है। इस योजना पर करीब 28 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नौ महीने के अंदर यह सर्विस रोड बन जाएगी।
60 किमी लंबी सड़कों की मरम्मत होगी
जीएमडीए की तरफ से नए और पुराने गुरुग्राम की 34 मुख्य सड़कों की मरम्मत करवाई जाएगी। इसके ऊपर करीब 140.45 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। इन सड़कों की लंबाई करीब 60 किलोमीटर है। इनमें पुराने गुरुग्राम की सेक्टर-23-23ए, सेक्टर-18-19, महावीर चौक से अतुल कटारिया चौक, सेक्टर-15 के पार्ट एक और दो, नए रेलवे रोड, पुराने रेलवे रोड, सिविल लाइंस रोड, सेक्टर-नौ-नौए, कृष्णा चौक से रेजांगला चौक, सेक्टर-पांच-छह, सेक्टर-22-23, सेक्टर-सात-आठ, सेक्टर-21-22 शामिल है। इसके अलावा नए गुरुग्राम की सड़कों की मरम्मत की जाएगी। यह कार्य टेंडर आवंटित होने के नौ महीने के अंदर हो जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
करीब 207.7 करोड़ रुपये के नौ विकास कार्यों को तकनीकी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसमें चार कार्य 10 करोड़ रुपये से नीचे हैं, जिसके टेंडर को मुख्य कार्यकारी अधिकारी की तरफ से मंजूरी मिल सकती है। बाकी टेंडर इस राशि से ऊपर हैं। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली हाई पावर कमेटी में रखा जाएगा। इन सभी टेंडर के आवंटन के बाद गुरुग्राम में ऐसी कोई सड़क नहीं होगी, जिसके ऊपर गड्ढे होंगे।
-अरुण धनखड़, मुख्य अभियंता, जीएमडीए