
गुरुग्राम, 7 अप्रैल। गुरुग्राम पुलिस ने हत्या के एक मामले में आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर पुलिस ने 20 हजार का इनाम रखा था। हत्या सन 2021 में की गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 13 जनवरी 2021 को थाना मानेसर पुलिस को एक सूचना एनएच-48 पर पंचगाव की तरफ जाने वाले सर्विस रोड पर पॉलिटेक्निक कॉलेज के नजदीक एक कार के पास एक व्यक्ति के पड़े होने की सूचना मिली थी। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उस व्यक्ति के परिजनों का पता लगाकर घटनास्थल पर बुलाया और उस व्यक्ति (सतबीर सिंह मलिक) को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी गुरुग्राम में रखवाया गया।
अगले दिन बेटे ने पुलिस को एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसका पिता सत्यवीर सिंह मलिक कॉपरेटिव विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। एक दिन पहले उसके पिता ड्यूटी के लिए गए थे, शाम 5.30 बजे जब उसने पिता को फोन किया तो उन्होंने कहा कि वह लेट हो जाएंगे। इसके बाद उन्होंने शाम 7.30 से रात 9.30 तक पिता को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। कुछ समय बाद उनके पास फोन आया कि पॉलिटेक्निकल कॉलेज मानेसर के पास उसके पिता की डेड बॉडी मिली है। इसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे जहां पर उसके पिता के घुटनों पर रगड़ के निशान थे। उसके पिता का पोस्टमार्टम करवाकर मृत्यु के कारण का पता लगाया जाए।
19 जनवरी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण सिर में चोट लगना, झटका लगना और रक्तस्राव ज्ञात हुआ। जिसके बाद शिकायतकर्ता की शिकायत, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट तथा अन्य तथ्यों के आधार पर थाना मानेसर में हत्या से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
अपराध शाखा मानेसर के प्रभारी उप-निरीक्षक ललित कुमार की टीम ने इस मामले में फरार चल रहे 20 हजार रुपये के इनामी आरोपी को 5 अप्रैल को देहरादून से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान सत्यप्रिय सैनी निवासी बनवाला जिला देहरादून (उत्तराखंड) के रूप में हुई। इस मामले में एक महिला आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सत्यप्रिय गिरफ्तार आरोपी महिला के मकान में किराए पर रहता था। आरोपी महिला का मृतक के साथ पैसों का लेनदेन था, जिस पर सत्यप्रिय ने महिला आरोपी के कहने पर पिकअप से टक्कर मारकर सत्यवीर की हत्या की थी और मामले को एक एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश की थी।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने वर्ष-2020 में थाना उद्योग विहार के क्षेत्र में लक्ष्मी हत्याकांड में लाश को रुड़की में फेंक देने की वारदात को भी अंजाम दिया था। जिसमें आरोपी अब तक फरार चल रहा था।
आरोपी को आगामी पूछताछ व बरामदगी के लिए न्यायालय में पेश करके पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया जाएगा।