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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 12 अगस्त। 14 अगस्त को फरीदाबाद में आयोजित होने वाले विभाजन विभीषिका राज्य स्तरीय कार्यक्रम को लेकर हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्डा ने आज प्रेस वार्ता के माध्यम से जानकारी दी और बताया कि राज्य स्तरीय इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा हरियाणा के मंत्री और विधायक गण मौजूद रहेंगे और भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय अपनों की जान गंवाकर भारत पहुंचे उन बुजुर्गों को मंच पर सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने घर पीड़ा सहते हुए फिर से अपने आप को हिंदुस्तान में आकर स्थापित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 मैं लालकिले से विभाजन विभीषिका कार्यक्रम के माध्यम से विभाजन का दंश झेल चुके लोगों को याद किया था तभी से यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है।
विभाजन विभीषिका प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताते हुए हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार मिढ़ा ने कहा कि यह विभाजन विशेषण का कार्यक्रम इसलिए किया जा रहा है कि विभाजन के दौरान जिन पीड़ाओं को लोगों ने सहा है उसे लोगों के सामने लाया जाए और उन्हें बताया जाए कि उस दौरान किस तरह से बहन-बेटियों की इज्जत को बचाने के लिए उन्होंने अपनी ही बहन-बेटियों को जहर देकर मृत्यु दी थी, उन्होंने एक शेर के साथ कहा कि ‘जख्म कितने गहरे हैं दिखा भी नहीं सकते और चोट कितने लगे हैं बात भी नहीं सकते, आंखों से पढ़ सको तो पढ़ लो आंसू कितने गिरे हैं गिना भी नहीं सकते।’ कृष्ण लाल मिढ़ा ने कहा कि सभी विधानसभा के विधायकों को कहा गया है कि उस दौर के जो लोग हैं उन्हें इस कार्यक्रम में लेकर आए जहां उनका सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा से लगभग 25000 लोग इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने समय में विभाजन के समय जान गंवाने वाले लोगों को याद करने की कोशिश नहीं की और आज भाजपा के विभाजन विभीषिका कार्यक्रम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कभी गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों की शहादत तक याद नहीं आई, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने बाल शौर्य दिवस के रूप में उन्हें याद करने का संकल्प लिया जबकि कांग्रेस को अपने राज में सिर्फ नेहरु का बाल प्रेम बाल दिवस के रूप में मनाने के अलावा कुछ याद नहीं रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता के मुंह से बाहर निकलती तभी उन्हें इतिहास के बारे में जानने का मौका मिलता।