
नेशनल एमएसएमई का सालाना महोत्सव
मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद जगदंबिका पाल
कहा, ‘देश की जीडीपी में एमएसएमई का 30 प्रतिशत योगदान‘
लालू, तेजस्वी और ओवेसी को लिया आड़े हाथों में
कहा, ‘मुसलमान को वोट बैंक समझने वालों की खिसकी जमीन
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 26 मार्च। नेशनल एमएसएमई के दूसरे सालाना महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद एवं वक्फ बिल के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने कहा कि आज देश की जीडीपी में एमएसएमई का 30 प्रतिशत का योगदान है। वही आज पटना में वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार इसमें संशोधन करके इसे बेहतरी के लिए ला रही है, ताकि गरीब, विधवाओं और बच्चों समेत अन्य को फायदा हो। सांसद ने कहा कि यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति इसीलिए कर रहे हैं कि मुस्लिम उनका वोट बैंक है, जबकि उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक चुकी है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जगदंबिका पाल ने जहां उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्योगपतियों को सम्मानित किया वहीं सांसद ने उनके द्वारा रखी गई समस्याओं को हल करवाने का आश्वासन दिया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि आज उन्हें एमएसएमई के सालाना महोत्सव में शिरकत करके बेहद खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि आज देश की जीडीपी में एमएसएमई का 30 प्रतिशत का योगदान है वही देश की इकोनॉमी को टॉप फाइव में ले जाने में भी इनका बड़ा रोल है। इसके साथ प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में भी मीडियम एवं स्मॉल इंडस्ट्री का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि यहां इस कार्यक्रम के माध्यम से इन्होंने अपनी कई समस्याओं का जिक्र किया है और उन्होंने वादा किया है कि वह सरकार तक इनकी बात पहुंच कर समस्याओं का निदान करवाएंगे।
वही इस मौके पर जब उनसे आज पटना में वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी है कि अभी यह बिल सदन में आया है और अभी इस पर बहस होनी है। उन्होंने कहा कि सरकार इसमें संशोधन करके इसे बेहतरी के लिए ला रही है, ताकि गरीब, विधवाओं और बच्चों समेत अन्य को फायदा हो। उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि वक्फ की प्रॉपर्टी सरकार या हिंदू बेच रहे हैं क्या? बल्कि जॉब कर रहे हैं उसका फायदा गरीब मुसलमान को नहीं मिल रहा जबकि, आंदोलन किया जा रहा है और लालू तेजस्वी और चाहे वह औवेसी हो, वह इसमें शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह लोग देश में मुसलमान को वोट बैंक समझते हैं, जबकि उन्हें उनके विकास की चिंता नहीं है। यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति इसीलिए कर रहे हैं कि यह उनका वोट बैंक है, जबकि उनके पांव के नीचे जमीन खिसक चुकी है।