
50 देशों के हस्तशिल्पी दिखा रहे कला के जौहर
किर्गिस्तान के स्टाल पर उमड़ रही भीड़
150 से 1 हजार रुपये तक की क्राफ्ट आइटम उपलब्ध
मेले में मुंबई व नागपुर से भी पहुंचे दर्शक
मेले की व्यवस्थाओं की सराहना
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 9 फरवरी। सूरजकुंड मेले में किर्गिस्तान का स्टाल सबके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां पर 150 से 1 हजार रुपये तक की क्राफ्ट आइटम उपलब्ध हैं जो कि दर्शकों को खूब पसंद आ रही हैं। स्टाल पर एक अनुवादक भी मौजूद है जो खरीददारी करने के इच्छुक दर्शकों और क्राफ्टमैन के बीच बातचीत के लिए एक सेतु का काम करता है। सूरजकुंड मेले की प्रसिद्धि इतनी बढ़ चुकी है कि इसको देखने के लिए दूर-दूर के राज्यों से भी दर्शक आ रहे हैं।
38वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में जहां भारत देश के विभिन्न राज्यों के स्टेट और नेशनल अवार्डी हस्तशिल्पी अपनी कला के जौहर दिखा रहे हैं, वहीं लगभग 50 देश के हस्तशिल्पी भी अपनी कलाकृतियों से सभी को आकर्षित कर रहे हैं। मेला प्रांगण मे किर्गिस्तान की स्टॉल भी दर्शकों की पहली पसंद बनी हुई है। लोग यहां भेड़ की खाल से बने हैट, टोपियां, गारमेंट, सुंदर-सुंदर गुड़िया आदि खरीद रहे हैं। स्टॉल पर 150 से लेकर 1 हजार रुपये तक क्राफ्ट की आइटम उपलब्ध है जिन्हें मेला दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। मुंबई और नागपुर से आए मेला दर्शकों ने मेले की व्यवस्था को लेकर जमकर तारीफ की।
किर्गिस्तान से आए हस्तशिल्पी ने अंग्रेजी में बात करते हुए बताया कि वह इस मेले में पहली बार आया है और उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। वहीं, इस स्टॉल पर मौजूद ट्रांसलेटर सनी ने हिंदी में विस्तार से बताते हुए कहा कि किर्गिस्तान की स्टाल पर हैंडीक्राफ्ट्स की आइटम्स हैं, जिनकी कीमत 150 से लेकर 1 हजार रुपये तक है। उन्होंने बताया कि स्टॉल पर मौजूद भेड़ की खाल की हर आइटम हाथ से बनाई गई है और उच्च गुणवत्ता वाली ये वस्तुएं लंबे समय तक चलने वाली है। उन्होंने बताया कि मेले में हर तरह के प्रबंध बहुत ही अच्छे हैं और तमाम सुहूलतें यहां पर उपलब्ध हैं।
वहीं, किर्गिस्तान की स्टाल पर खरीददारी करने वाली अलका शर्मा ने बताया कि यहां का क्राफ्ट बहुत अच्छा है और उसने अपनी बेटियों के लिए दो आइटम खरीदे हैं और यहां की गुड़िया भी बहुत अच्छी हैं, जिनकी कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं है। वह हर साल इस मेले में आती हैं और खरीददारी करती हैं। उन्होंने कहा कि मेले में आने वालों को मेट्रो स्टेशन से जहां बस मिल रही हैं, वहीं यहां पार्किंग की भी बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है। महिला का कहना था कि पहले हम इसे हरियाणा का मेला समझते थे लेकिन अब यह इंटरनेशनल स्तर पर अपनी ख्याति अर्जित कर चुका है। वहीं, मुंबई से आई रंजना व मिथिला ने बताया कि वह विशेष तौर पर मेला देखने यहां आई है और यहां की व्यवस्था और यहां का प्रबंध बहुत ही अच्छा है।
वहीं नागपुर से अपने दिव्यांग भाई के साथ आए संदीप बुखारे ने कहा कि वह किसी समारोह में यहां पहुंचे थे और सूरजकुंड मेले के बारे में सुना तो वह यहां अपने भाई के साथ उन्हें व्हीलचेयर पर लेकर पहुंचे और यहां आकर उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है वहीं, उनके भाई ने बताया कि यहां का वातावरण बहुत ही खूबसूरत है और जहां बहुत कुछ देखने को मिल रहा है।