
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 1 सितंबर। गुरुग्राम पुलिस ने विदेश से भारतीय लोगों के साइबर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहले कंबोडिया से लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी कर रहा था। जब वहां पर स्थानीय पुलिस के छापे पड़े तो वह भागकर लाओस चला गया। फिर आरोपी वहां पर चाइना मूल के लोगों के कॉल सेंटर से जुड़ गया और वहां से निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करने लगा। पुलिस ने उसके पास से एक पासपोर्ट और 1 मोबाइल बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 14 मई को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम में एक लिखित शिकायत दी थी। जिसमें पीड़ित ने बताया कि उसके पास एक कॉल आया और कॉल करने वाले ने खुद को संचार विभाग का कर्मचारी बताया और कहा कि मेरा नंबर गलत एक्टिविटीज में इस्तेमाल हुआ। जिसके कारण मेरे खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन मुंबई में मामला दर्ज किया गया है। फिर कॉल करने वाले लने फर्जी पुलिस अधिकारी से बात करवाई और फर्जी पुलिस अधिकारी बताया कि उसका नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में है और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकला हुआ है। फिर उसको डराते हुए डिजिटल अरेस्ट करके रुपये ट्रांसफर करवाए गए। पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
थाना प्रभारी संदीप कुमार की टीम ने इस मामले में एक आरोपी को 27 अगस्त को लुधियाना (पंजाब) से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान शिवा उर्फ हर्ष (उम्र-22 वर्ष, शिक्षा बी.ए. द्वितीय वर्ष) निवासी न्यू विजय नगर जिला लुधियाना (पंजाब) के रूप में हुई। आरोपी को अदालत में पेश करके 8 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि इस मामले में ठगी गई राशि में से 50 हजार रुपये आरोपी मानव (पहले गिरफ्तार किया जा चुका है) के खाते में ट्रांसफर हुए थे। मानव शिवा का भाई है। शिवा ने ही मानव का बैंक खाता अन्य व्यक्ति को 10 हजार रुपये में बेचा था। शिवा ने बताया कि उनके पास पैसों की कमी थी जिसके चलते वह अपने अन्य साथियों के माध्यम से पहले कंबोडिया गया और वहां पर सीबाआई, ट्राई और फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके साइबर ठगी करने लगा। जब कंबोडिया में पुलिस का छापा पड़ा वह मार्च-2025 में लाओस चला गया और वहां चाइना मूल के लोगों द्वारा संचालित कॉल सेंटर में काम करते हुए निवेश के नाम पर ठगी करने लगा। शिवा 14 अगस्त को ही लाओस से भारत आया था। पुलिस ने तकनीकी की सहायता से उसे गिरफ्तार कर लिया।