
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 1 सितंबर। लगातार हो रही बारिश और हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद फरीदाबाद में यमुना नदी अपने पूरे उफान पर है और अगले 24 घंटे में हालात बद से बदतर हो सकते हैं। यमुना से सटे गांव में रहने वाले लोगों को डिप्टी कमिश्नर द्वारा चेतावनी जारी की गई है कि वह तुरंत प्रभाव से अपने घरों को छोड़ दें और अपने पास लगते सरकारी स्कूल और पंचायती भवन मे शरण ले ले, जहां प्रशासन की तरफ से तमाम इंतजाम किए गए हैं। ताजा मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह दो युवकों के भी यमुना के पानी में पहुंचने कि खबर सामने आ रही है जिसकी पुष्टि डिप्टी कमिश्नर ने भी की है।
विशेष तौर पर प्रेस वार्ता करते हुए फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर विक्रम सिंह ने यमुना किनारे बसे ग्रामीणों को चेतावनी जारी करते हुए अगाह किया है कि हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है जो आज रात या कल सुबह तक पहुंच सकता है। ऐसे में हालात 2023 में आई बाढ़ से भी ज्यादा खराब हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इस मामले में सुस्ती ना दिखाएं और जल्दी से जल्दी अपने किसी रिश्तेदार के यहां या फिर सरकार द्वारा बनाए गए शेल्टर में शरण ले लें, जहां प्रशासन द्वारा उनके लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिन किसानों के खेतों में यमुना का पानी पहुंचा है और फसलों को नुकसान हो रहा है उनकी सरकार भरपाई करेगी। उनके द्वारा क्षेत्र के एक दर्जन गांव अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं।
यमुना किनारे से सटे गांव चांदपुर में जल स्तर बढ़ने से खेतों तक पानी पहुंच गया है। जिससे किसानों की फसल को नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि दूसरे किनारे पर भी गांव की जमीन है, जहां सब्जी की फसल में पानी पहुंचा है, जिससे सब्जी की फसल खराब हो गई है। सरपंच का कहना है कि अभी तक घरों तक पानी नहीं पहुंचा है, लेकिन किसानों के खेत में फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो चुकी है। वहीं 200 किले के करीब फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो गई हैं। वहीं, यमुना का जलस्तर और ज्यादा बड़ा तो रिहाई से इलाकों में भी पानी पहुंचाने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन प्रशासन की तरफ से और सरपंच की तरफ से पूरी मॉनिटरिंग यमुना के जलस्तर को लेकर की जा रही है और गांव में भी लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि यमुना के किनारे ना जाएं और ना अपने पशुओं को लेकर वहां पहुंचे, क्योंकि यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।