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गुरुग्राम, 22 दिसंबर। शहर को अतिक्रमण मुक्त, स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से नगर निगम गुरुग्राम कार्यालय में मेयर राजरानी मल्होत्रा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में निगमायुक्त प्रदीप दहिया, जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) आर.एस. बाठ, निगम के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा विभिन्न वार्डों के पार्षद उपस्थित रहे।
बैठक में शहर में बढ़ते अतिक्रमण की समस्या पर गहन चर्चा की गई और इसे प्रभावी ढंग से हटाने के लिए ठोस रणनीति तय की गई। मेयर राजरानी मल्होत्रा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों, गलियों, बाजारों, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नियमित और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण न केवल यातायात और जनसुविधाओं में बाधा उत्पन्न करता है, बल्कि शहर की स्वच्छता और सौंदर्य को भी प्रभावित करता है।
मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिक्रमण हटाने से संबंधित साप्ताहिक कार्रवाई रिपोर्ट अनिवार्य रूप से उनके कार्यालय में भिजवाई जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारी या कर्मचारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने बैठक में कहा कि यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ अतिक्रमण के मामले में कोताही बरतने से संबंधित शिकायत प्राप्त होती है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई निश्चित रूप से की जाएगी। उन्होंने बिल्डिंग बायलॉज की सख्ती से पालना करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सकेगा। अतिक्रमण के मुद्दे पर उन्होंने सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में डीटीपी आर.एस. बाठ ने अब तक की गई अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सदर बाजार, शीतला माता रोड, वाटिका चौक सहित शहर के कई प्रमुख इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी समय में सरकारी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त करने पर विशेष फोकस किया जाएगा।
बैठक के दौरान पार्षदों ने भी अपने-अपने सुझाव और समस्याएं रखीं। उन्होंने वेंडिंग जोन को व्यवस्थित करने, अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई, झुग्गियों को हटाने, टाउन वेंडिंग कमेटी में पार्षदों को शामिल करने, एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद पुनः अतिक्रमण न हो इसके लिए पुलिस विभाग की जिम्मेदारी तय करने जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। इसके अलावा मुख्य सड़कों, चौराहों, बाजारों और ग्रीन बेल्ट को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त करने, सिटी मार्केट को डेजिगनेट करने, वेंडिंग जोन के लिए संभावित स्थानों की पहचान करने तथा अवैध रैंप हटाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि सभी आपसी समन्वय के साथ निरंतर अभियान चलाकर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, ताकि गुरुग्राम को एक सुव्यवस्थित, सुरक्षित और नागरिकों के लिए सुगम शहर के रूप में विकसित किया जा सके।



