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गुरुग्राम, 1 नवंबर। 9 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास कुरुक्षेत्र में सफाई कामगार संघर्ष समिति हरियाणा के बैनर तले महापुकार रैली की जाएगी। इस रैली को सफल बनाने के लिए गुरुग्राम के कमला नेहरू पार्क में नगर निगम के कर्मचारी एकत्रित हुए। जहां 26 अक्टूबर को एमडीयू रोहतक कॉलेज में महिला सफाई कर्मचारियों के द्वारा मासिक धर्म के कारण अवकाश मांगने पर कपड़े उतरवा कर सेनेटरी पैड चेक करने व उनकी फोटो खींचने के विरुद्ध संघ ने तीन नवंबर को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो ऑल सफाई कामगार संघर्ष समिति हरियाणा 9 नवंबर की महापुकार रैली के मंच से आंदोलन तेज करने का ऐलान करेगी।
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सफाई के काम में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने, सभी पार्ट टाइम, दैनिक वेतनभोगी, पालिका रोल व ठेकाप्रथा में लगे सभी सफाई व सीवर कर्मचारियों की नौकरी पक्का करवाने एवं शोषण, छंटनी और पक्की भर्ती करने की मांग को लेकर अब प्रदेश के सभी सरकारी, अर्ध सरकारी, निगम, बोर्ड, कॉरपोरेशन, यूनिवर्सिटी, श्राइन बोर्ड, पंचायत तथा पालिका, परिषदों, नगर निगमों के सीवर व सफाई कर्मचारी लामबंद होने शुरू हो गए हैं। ऑल सफाई कामगार संघर्ष समिति हरियाणा के बैनर तले 9 नवंबर को होने वाली सफाई कर्मचारियों की “महापुकार रैली “को सफल बनाने के लिए प्रदेश भर में दर्जनों सफाई कर्मचारी नेताओं की 4 टीमें सभी जिलों के कर्मचारियों में जनसंपर्क अभियान चलाकर रैली में बढ़ चढ़कर शामिल होने कि निमंत्रण दे रही हैं। उन्होंने 9 नवंबर की महापुकार रैली की ऐतिहासिक सफलता सुनिश्चित करने की अपील की।
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने 11 वर्षों में एक भी सफाई कर्मचारी की नियमित भर्ती नहीं की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने वेतन बढ़ोतरी के नाम पर भी सफाई कर्मचारियों के साथ बड़ा मजाक किया है। शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी घोषणा के अनुसार घोषणा की तिथि से ही एरियर सहित 26 हजार व 27 हजार रुपये वेतन सफाई कर्मचारियों को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह घोषणा इसलिए की थी कि पिछले 5 वर्षों से सफाई कर्मचारियों के वेतन में सरकार ने बढोतरी नहीं की थी । उन्होंने सरकार द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से सफाई और सीवर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने सबसे अधिक सफाई कर्मचारियों की छटनी की है। गुरुग्राम, मानेसर, सिरसा, सोनीपत सहित दर्जनों गांव के हजारों सफाई कर्मचारी बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। तिगरा ने कहा कि सरकार को सफाई कर्मचारियों की मांगों और मूल समस्याओं का समाधान करने के लिए विचार करना चाहिए। यदि सरकार ने सफाई कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं का समाधान 9 नवंबर से पहले नहीं किया तो जो सफाई कामगार संघर्ष समिति हरियाणा प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने का रैली के मन से ही ऐलान करेगी।



