
एमएनसी कंपनियों की भागीदारी
गुरुग्राम, 26 मई। हरियाणा वेलफेयर सोसाइटी फॉर पर्सन्स विद स्पीच एंड हियरिंग इम्पेयरमेंट (डब्ल्यूसीपीएसएचआई) द्वारा बधिर युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गुरुग्राम के सेक्टर-15 पार्ट-टू स्थित कार्यालय में एक विशेष प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 45 बधिर युवाओं ने नौकरी के लिए आवेदन किया, जबकि 5 प्रमुख मल्टीनेशनल कंपनियों (एमएनसीज) ने भाग लेकर अभ्यर्थियों से संवाद किया और विभिन्न प्रोफाइल के लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभ की। संस्था की ओर से बताया गया कि चयनित अभ्यर्थियों को 29 मई को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संस्था की उपाध्यक्ष मेघा भंडारी ने प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि डब्ल्यूसीपीएसएचआई का उद्देश्य दिव्यांगजनों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि संस्था के हरियाणा में कुल आठ केंद्र सक्रिय हैं, जिनमें गुरुग्राम, करनाल, हिसार, सिरसा, पंचकूला, नगीना, रायपुर रानी और अन्य स्थान शामिल हैं। भविष्य में करनाल और हिसार में भी इसी प्रकार के जॉब फेयर आयोजित किए जाएंगे।
मेघा भंडारी ने बताया कि संस्था का मिशन बधिर युवाओं को शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के मजबूत साधन प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। हमारा प्रयास है कि हम न केवल उनके जीवन स्तर को सुधारें, बल्कि उन्हें सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाकर सम्मानजनक स्थान दिलाएं।
कार्यक्रम के दौरान असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. सीमा ने बताया कि संस्था द्वारा 6 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए हॉस्टल सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है, जहां उन्हें स्किल डेवलपमेंट, नैतिक मूल्यों, और आत्मनिर्भरता से जुड़ी गतिविधियां सिखाई जाती हैं। बच्चों को सिलाई, ब्यूटीशियन कोर्स, पेंटिंग, योग आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने यह भी बताया गया कि हरियाणा के किसी भी जिले से इच्छुक बधिर युवक-युवती इस रोजगार अभियान में भाग ले सकते हैं, चाहे वे संस्था से जुड़े हों या नहीं। योग्य अभ्यर्थी अपना सीवी संस्था को भेज सकते हैं, ताकि उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें स्थानीय स्तर पर नौकरी के अवसर प्रदान किए जा सकें।
गौरतलब है कि डब्ल्यूसीपीएसएचआई एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो विशेष रूप से बधिर युवाओं के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य कर रही है। संस्था का उद्देश्य इस विशेष वर्ग को शिक्षा, कौशल विकास, और रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके विभिन्न केंद्रों में कंप्यूटर ट्रेनिंग, सॉफ्ट स्किल्स, हस्तकला, और व्यवहारिक जीवन कौशल सिखाए जाते हैं। संस्था नियमित रूप से मोटिवेशनल सेशन्स और काउंसलिंग भी आयोजित करती है ताकि दिव्यांगजन मानसिक रूप से भी सशक्त बन सकें।