
खेल, संस्कृति और विकास का गजब का संगम
ग्रामीण उत्थान की एक अनूठी मिसाल पेश कर रहे नागरिक
चौतरफा विकास का प्रतीक दनचौली
Bilkul Sateek News
निजामपुर, 15 जून। हरियाणा-राजस्थान की सीमा से सटा हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले का छोटा-सा गांव दनचौली अब अपनी एक खास पहचान बना चुका है। चारों ओर हरियाली तथा शुद्ध हवा के साथ यह गांव वास्तव में ग्रामीण विकास का एक चमकता हुआ उदाहरण बन गया है। नलवाटी क्षेत्र में स्थित दनचौली अपनी सांस्कृतिक विरासत और भौगोलिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है। इसका सबसे बड़ा आकर्षण है जगमाल छिल्लर खेल ग्राउंड, जो युवाओं के सपनों की उड़ान का अड्डा बन गया है।
गांव के पूर्व सरपंच सतीश कुमार बताते हैं कि जगमाल छिल्लर खेल ग्राउंड का निर्माण 2018 में हुआ था। करीब 3.5 एकड़ में फैला यह मैदान, राष्ट्रीय पदक विजेता और वर्तमान में बीएसएफ में कार्यरत जगमाल छिल्लर के नाम पर रखा गया है, जो गांव के लिए गर्व की बात है। हाल ही में हरियाणा सरकार ने इस मैदान के साथ एक अत्याधुनिक व्यायामशाला भी बनवाई है, जिसमें प्रशिक्षित ट्रेनर की देखरेख में लगभग 200 लड़के-लड़कियां विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं।
यह खेल मैदान सिर्फ एक अभ्यास स्थल नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और एकजुटता का केंद्र बन चुका है। पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र छिल्लर बताते हैं कि आसपास के गांवों से भी युवा यहां सुबह-शाम तैयारी करने आते हैं। इस मैदान से प्रशिक्षण लेकर कई युवा सेना, पुलिस और अन्य सेवाओं में भर्ती हो चुके हैं, जो इस मैदान के महत्व को दर्शाता है। सुबह और शाम का नजारा किसी पहाड़ी पर्यटन स्थल से कम नहीं होता, जहां हंसते-बोलते बुजुर्ग और दौड़ते बच्चे एक शुद्ध और जीवंत वातावरण का निर्माण करते हैं।
हर साल खेल प्रतियोगिताएं, 10 लाख तक के इनाम
दनचौली में हर वर्ष आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिताएं एक बड़े मेले का रूप ले लेती हैं। 400 मीटर और 1600 मीटर दौड़, 21 किलोमीटर की मैराथन, महिला मटका दौड़, बुजुर्गों की दौड़, वॉलीबॉल, लॉन्ग जंप और हाई जंप जैसे इवेंट्स में खिलाड़ी पूरे जोश के साथ हिस्सा लेते हैं। इन आयोजनों में 10 लाख रुपये तक के इनाम और ट्राफियां बांटी जाती हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र में खेल को बढ़ावा देने की एक मिसाल है। हाल ही में आयोजित खेल प्रतियोगिता में भी खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जो खेल के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है।