
चंडीगढ़ : चंडीगढ़ में आज से शुरू हो रहा है अंतर्राष्ट्रीय कठपुतली महोत्सव, जो हर साल की तरह इस बार भी सांस्कृतिक धरोहर और कला की जीवंतता का साक्षी बनेगा। यह महोत्सव चंडीगढ़ के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, और इस बार एंट्री बिल्कुल मुफ्त होगी, ताकि हर किसी को इस अद्भुत कला रूप का आनंद उठाने का मौका मिल सके।
इस महोत्सव में देश-विदेश के विभिन्न कठपुतली कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यहाँ न केवल भारतीय कठपुतली शैलियों की झलक मिलेगी, बल्कि विदेशी कलाकार भी अपनी विशिष्ट कला का प्रदर्शन करेंगे। प्रत्येक प्रदर्शन में कठपुतली के माध्यम से स्टोरी टेलिंग, नृत्य, संगीत और रंगों का बेहतरीन संगम देखने को मिलेगा।
इस बार महोत्सव में कुछ नए और विशेष कार्यक्रम भी जोड़े गए हैं, जिनमें वर्कशॉप्स, सेमिनार्स और कठपुतली कला पर आधारित विशेष प्रदर्शनी शामिल हैं। इन कार्यशालाओं में बच्चों और युवा कलाकारों के लिए अवसर रहेगा, ताकि वे इस कला को और गहराई से समझ सकें और खुद को इस क्षेत्र में प्रगति के लिए तैयार कर सकें।
महोत्सव का उद्देश्य कठपुतली कला की पारंपरिक धारा को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को इससे जोड़ना है। इस महोत्सव में न सिर्फ भारतीय कठपुतली के विविध रूपों को प्रदर्शित किया जाएगा, बल्कि यह एक सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मंच भी बनेगा, जिसमें कलाकार एक-दूसरे से अपने अनुभव साझा करेंगे। महोत्सव के आयोजन की शुरुआत आज से हो रही है और यह आगामी सप्ताह भर तक चलेगा। चंडीगढ़वासियों के लिए यह एक बेहतरीन मौका है, अपनी शहर की सांस्कृतिक धरोहर को न सिर्फ देखने, बल्कि अनुभव करने का।