
चंडीगढ़, 17 मार्च। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रथम बजट में किसानों के लिए भी बहुत कुछ है।
किसानों को नकली बीज व कीटनाशक के चंगुल से बचाने के लिए इसी सत्र में लेकर आएंगे बिल।
सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत एफपीओ को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए नई बागवानी नीति लाएंगे।
महिला किसान डेयरी, कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मतस्य पालन के लिए ब्याज मुक्त 1 लाख रुपये का ऋण दिया जाएगा।
मोरनी के किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार विशेष कार्य योजना बनाएगी।
2024-25 के 25,000 एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती के लक्ष्य के मुकाबले इस वर्ष 1 लाख एकड़ भूमि का लक्ष्य।
देसी गाय खरीदने के लिए दिए जाने वाले ₹25,000/- के अनुदान को बढ़ाकर ₹30,000/-किए जाने का मेरा प्रस्ताव।
2 एकड़ की बजाय एक एकड़ तक के किसान को मिलेगा इस योजना का लाभ।
लवणीय/नमकीन भूमि को पुर्नजीवित किए जाने के चालू वर्ष के 62,000 एकड़ के लक्ष्य को 1,00,000 एकड़ करने का प्रस्ताव।
“मेरा पानी मेरी विरासत योजना“ के तहत धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को मिल रही अनुदान राशि ₹7000/-प्रति एकड़ से बढ़ाकर ₹8,000/-प्रति एकड़ मिलेगी।
धान की सीधी बुआई की अनुदान राशि ₹4000/-प्रति एकड़ से बढ़ाकर ₹4500/-प्रति एकड़ का प्रस्ताव।
धान की पराली का प्रबंधन करने वाले किसान को अनुदान 1000/-प्रति एकड़ से बढ़ाकर 1200/-प्रति एकड़ करने का प्रस्ताव।
यूरिया और डीएपी की बिक्री को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल से जोड़ेने का प्रस्ताव।
फसलों को एक गेट पास जारी करने की पिछले खरीफ में शुरू की गई प्रथा को अब सभी फसलों पर लागू होगा।
गन्ने की मशीन से कटाई कराए जाने के लिए हारवैस्टर पर सब्सिडी दिए जाने का प्रस्ताव।
प्रदेश के सभी जिलों में बीज परीक्षण लैब स्थापित की जाएंगी।
2025-26 में अंबाला, यमुनानगर व हिसार में क्रमशः लीची, स्ट्राबेरी और खजूर के लिए 3 नए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव।
दक्षिण हरियाणा के पलवल जिले में बागवानी अनुसंधान केंद्र स्थापित किया जाएगा।
बागवानी मिशन प्रदेश के सभी 22 जिलों में लागू करने का प्रस्ताव।
सभी 22 जिलों में 400 बागवानी कलस्टरस के माध्यम से तथा जापानसरकार की सहायता से अगले 9 वर्षों में ₹ 2738 करोड़ की लागत से नया सत्तत बागवानी प्रोजेक्ट शुरू होगा।
2025-26 में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए ₹138करोड़ का प्रावधान।
मशरूम कम्पोस्ट और स्पॉन, हाईटेक हाईड्रोपोनिक्स और ऐरोपोनिक्, एफपीओ के 20 किलोवाट से अधिक लोड वाले कोल्डस्टोरों को 7.50 रुपये के बजाए 6.50 रुपये यूनिट बिजली मिलेगी।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में सारी फसलों के लिए इन्टरकरोर्पिंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
गुरूग्राम में फूलों की खरीद और बिक्री के लिए फूलमंडी की स्थापना करने का प्रस्ताव।
गांव मनेठी जिला रेवाड़ी में मार्केट कमेटी द्वारा एक उप यॉर्ड बनाए जाने का प्रस्ताव।
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हिसार एयरपोर्ट में एयर कार्गाे के लिए एक गोदाम बनाया जाएगा।
2025-26 में 3 लाख मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम व यमुनानगर मेंआधुनिक तकनीक का 1 लाख टन की क्षमता का एक सायलो बनाया जाएगा।
दक्षिण हरियाणा में सहकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी आधुनिक सरसों तेल मिल और कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी के तेल की मिल की स्थापना पीपीपी मोड के तहत होगी।
गौ-सेवा आयोग के तहत 1000 तक पशुओं वाली गौशालाओं को 1 ,1000 से अधिक पशुओं वाली गौशालाओं को 2 ई-रिक्शा करने का प्रस्ताव।
गौशालाओं की क्षमता बढ़ाने के लिए पंजीकृत गोशालाओं में 51 शैड बनाने के लिए 5 करोड़ रुपये की राशि अनुदान के रूप में दिए जाने के प्रस्ताव।
हर जिलें में एक नया गो अभयारण्य बनाने का भी मेरा प्रस्ताव।
पशुधन बीमा योजना का लाभ तहत एक किसान 10 पशुओं तक ले पाएगा।
सफेद झींगा के उत्पादन की लागत कम करने के लिए सोलर पर दिए जाने वाले अनुदान की 10 किलोवॉट की सीमा को बढ़ाकर 30 किलोवॉट करने का प्रस्ताव
सिरसा और भिवानी में सफेद झींगा व मछली के पालन को बढावा देने के लिए एकीकृत एक्वा पार्क उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव।
“मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना“ के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 70 करोड़ रुपये की आवंटन प्रोत्साहन राशि सहकारी दूध उत्पादकों कोदूध भुगतान के साथ दी जाएगी।
प्रदेश के हर ब्लॉक में एक दूध संग्रह केंद्र तथा प्रत्येक जिले में एक शीतलन केंद्र विकसित किया जाएगा।
किसानोें की पैक्सों की तरफ बकाया जात की समस्या के समाधान के लिए एक मुश्त निपटान योजना लाए जाने का प्रस्ताव।
2021-22 में शुरू की गई हरित स्टोर नामक योजना के तहत 1250 स्टोर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में खुले जिनमें से 758 दुकानें मुद्रा ऋण से संचालित।
हरियाणा में हरित योजना के माध्यम से कुल लगभग 1 हजार करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित हुआ, 2025-26 में अतिरिक्त 750 हरित स्टोर खोलने का प्रस्ताव।
हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ 638 वीटा दूध के बूथ संचालित करता है, 2025-26 में 350 नए वीटा बूथ खोले जाएंगे।
हिसार में अमरूद के लिए अत्याधुनिक प्रसंस्करण व पैकेजिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा।
सिरसा में किन्नू उत्पादक किसानों के लिए हरियाणा एग्रोइन्डस्ट्रीज कॉरपोरेशन व हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ संयुक्त रूप से एक जूस प्रसंस्करण संयत्र स्थापित करेंगे।