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पांच लैपटाप, 15 मोबाइल फोन व 223 सिम कार्ड बरामद
गुरुग्राम: 09 जनवरी। पुलिस टीम ने 15 आऱोपियों को कल उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-2 से गिरफ्तार किया है जो विभिन्न चाइनीज ऐप्स के जरिए लिए गए लोन की रिकवरी के लिए जरूरतमंद लोगों को डरा-धमकाकर दिए गए लोन से ज्यादा रकम वसूलते थे। सभी 15 आरोपियों की पहचान हरमन, आंजनेय चौधरी, अरुण कुमार, सचिन, बिलाल खान, आसिफ, उज्ज्वल, सलमान अब्बास, सुरेश, हिमांशु, सन्नी श्रीवास्तव, मनमोहन, रिपुञ्जय, अनिल व महेंद्र के रूप में हुई। आरोपियों के कब्जा से पांच लैपटाप, 15 मोबाइल फोन व 223 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार प्रबंधक थाना साइबर पूर्व, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता से कल विभिन्न चाइनीज ऐप्स के माध्यम से लिए गए लोन की रिकवरी के लिए लोगों को डरा, धमका कर ज्यादा पैसे वसूलने वाले 15 आरोपियों को नोएडा सैक्टर 2, नोएडा से काबू किया। इनकी पहचान, हरमन, आंजनेय चौधरी, अरुण कुमार, सचिन, बिलाल खान, आसिफ, उज्ज्वल, सलमान अब्बास, सुरेश, हिमांशु, सन्नी श्रीवास्तव, मनमोहन, रिपुञ्जय, अनिल व महेंद्र* के रूप में हुई। पुलिस टीम ने आरोपियों के खिलाफ आईपीएस धारा 384, 420 के तहत अभियोग दर्ज किया है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड कनाम से एक कंपनी के लिए काम करते थे। कंपनी इंस्टेंट लोन देने व दिए गए इंस्टेंट लोन की रिकवरी करने का काम एक एनबीएफसी कंपनी वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर करती है। वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड जरूरतमंद लोगों को अलग अलग इंस्टेंट लोन इंस्टा नोवा, क्रेडिगेन, सरवरता कैश लव फाइनेंस आदि 18 कंपनियों के माध्यम से पांच हजार से 60 हजार रुपए तक इंस्टेंट लोन सात, 15 व 21 दिन के लिए देती हैं और डायल बैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इस लोन की रिकवरी करने का काम करती है। डायल बैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रजिस्टर्ड तो भारत देश मे है, लेकिन इसको ऑपरेट चीन व इंडोनेशिया से किया जाता है। चीन में इंडोनेशिया में कंपनी को संचालित करने वाले लोगों द्वारा ही लोन कैसे देना ओर कैसे रिकवर करना है ये सब निर्देश दिए जाते हैं। इंस्टेंट लोन उक्त ऐप्स के नाम पर दिए गए लोन की रिकवरी का पैसा वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को भेजा जाता है। जिन व्यक्तियों ने उपरोक्त सभी इंस्टेंट लोन ऐप से लिया है ओर लोन लेने के बाद जिन व्यक्तियों ने लोन की पेमेंट देरी में की है या नहीं की है उसकी रिकवरी के लिए उन सब व्यक्तियों का डाटा वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को उपलब्ध करवाया जाता है। इसके बाद वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के आदेश अनुसार डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी उस इंस्टेंट लोन की रिकवरी के लिए कॉल सेंटर के स्टाफ/एजेंट्स के माध्यम से कॉलिंग करवाती हैं। लोन लेने वाले लोगों को डराया,धमकाया जाता है तथा लोगों को डरा धमका कर पैसे वसूले जाते है। डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड जिस पीएसपीआर एनबीएफसी कंपनी के साथ इंस्टेंट लोन देने व रिकवरी करने का काम करती थी उसका लाइसेंस आरबीआई द्वार निरस्त किया जा चुका है।