
गुरुग्राम के सेक्टर 31 में किया गया पौधारोपण
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम 17 अगस्त। सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित के पावन आशीर्वाद से संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा ‘वननेस वन’ परियोजना के पांचवें चरण का आयोजन देशभर के 600 से अधिक स्थलों पर पूर्ण श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ।
संत निरंकारी मिशन के केंद्रीय सेवादल अधिकारी जीपी चड्ढा के नेतृत्व में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अनेक आरडब्ल्यूए एवं नगर निगम के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में पौधारोपण किया गया। गुरुग्राम सेक्टर के मुखी, सेवादल के सदस्यों, बहनों एवं सत्संग में शामिल होने वाले अनेक महात्माओं ने पौधारोपण किया। पीपल, नीम, शीशम, अशोका आदि के 200 से अधिक पौधे रोपित किए गए। सभी प्रतिनिधियों ने उत्साह और श्रद्धा के साथ शामिल होकर सहयोग किया और संत निरंकारी मिशन का आभार व्यक्त किया।
संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि ‘वननेस वन’ अभियान केवल हरियाली फैलाने की पहल नहीं है, बल्कि यह प्रकृति से जुड़ाव, मानवीय उत्तरदायित्व और सह-अस्तित्व की भावना को सुदृढ़ करने का एक समर्पित प्रयास है।
वर्ष 2021 में आरंभ हुआ यह अभियान अब ऐसे हरे-भरे वृक्षों में परिणत हो चुका है, जो लघु वनों का स्वरूप ले चुके हैं। इन वनों में प्रवासी पक्षियों की वापसी और जैव विविधता का पुनरुत्थान यह प्रमाणित करता है कि यह प्रयास केवल पर्यावरण की रक्षा नहीं, बल्कि प्रकृति के पुनर्जीवन का माध्यम भी बन चुका है।
‘वननेस वन’ परियोजना केवल पौधारोपण नहीं, यह प्रकृति, सेवा और सह-अस्तित्व का एक जीवंत आंदोलन है। यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों को हरीतिमा से समृद्ध वातावरण देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। रोपे गए पौधों की देखभाल और संरक्षण का यह संकल्प उन्हें घने, स्वावलंबी वनों में परिवर्तित करने की दिशा में एक ठोस कदम है जिससे आने वाली पीढ़ियां भी इस सजीव विरासत से लाभान्वित हों सकेंगी।
सतगुरु की छाया में ‘वननेस वन’ का यह अभियान सेवा, समर्पण और प्रकृति प्रेम की वह साधना है, जो पर्यावरण संरक्षण को एक आध्यात्मिक अनुभव में परिवर्तित कर देती है। निःसंदेह यह अभियान एक स्पष्ट संदेश देता है कि वृक्ष लगाना केवल एक कार्य नहीं अपितु एक संस्कार है। सेवा करना केवल कर्तव्य नहीं, एक साधना है जिसे निरंकारी मिशन बखूबी निभा रहा है।