
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 5 अगस्त। मानेसर नगर निगम के बहुचर्चित सीनियर-डिप्टी मेयर का चुनाव आज दोपहर को होगा। इस चुनाव पर भाजपा के ही दो बड़े अहीरवाल नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मानेसर में मेयर पद पर निर्दलीय के जीते जाने के बाद से ही भाजपा बाकी के दोनों पदों को अपनी झोली में डालने के लिए बेताब है। ताकि बाकी सभी निगमों की तरह यहां भी उसकी तूती बोले। भाजपा निगम चुनाव में इकलौती मानेसर के मेयर की सीट हारी थी। यहां पर पार्टी के कद्दावर नेता राव इंद्रजीत जीत की समर्थक निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. इंद्रजीत कौर मेयर चुनी गई थीं। इस सीट को जितने के लिए भाजपा ने पूरी कोशिश की थी।
मानेसर नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए आज दोपहर 12:45 बजे बैलेट पेपर से वोटिंग शुरू होगी। वोटिंग के तुरंत बाद रिजल्ट घोषित किया जाएगा। भाजपा ने वार्ड 12 के निर्दलीय पार्षद प्रवीण यादव और वार्ड नंबर 2 से रीमा दीपक चौहान के नाम पर सहमति बनाई है। वहीं, निर्दलीय पार्षदों में भी एक महिला पार्षद का नाम चल रहा है। हालांकि, भाजपा और निर्दलीय पार्षदों की तरफ से यह सार्वजनिक नहीं किया गया है कि कौन किस पद के लिए उम्मीदवार हो सकता है।
मेयर डॉ. इंद्रजीत कौर खुद को केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत का करीबी बताती हैं। उनकी कैबिनेट मंत्री राव नरबीर से सियासी खींचतान चल रही है।
भाजपा बाकी के दोनों पदों पर काबिज होना चाहती है। इसलिए उसने यहां के सात निर्दलीय पार्षदों को अपने साथ जोड़ते हुए उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया। 20 पार्षदों वाले इस निगम में अब भाजपा के 14 पार्षद हो गए हैं। इसके बाद भी भाजपा कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। इसलिए उसने अपने 12 पार्षदों को नेपाल भेज दिया था। सोमवार रात को सभी पार्षद गुरुग्राम पहुंचे। सभी पार्षद पार्टी के भरोसेमंद नेता देवेंद्र सिंह शिकोहपुर के साथ भेजे गए थे। 2 निर्दलीय पार्षद अभी भाजपा पार्षदों के साथ नेपाल नहीं गए थे। इसलिए, भाजपा के पास 12 पार्षदों का आंकड़ा बनता है। दोनों पदों पर जीत के लिए 11-11 वोट चाहिए। मेयर इंद्रजीत कौर का वोट 20 पार्षदों के अलावा काउंट होगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा कुछ और पार्षदों को अपने साथ लाने की कोशिश में है। शनिवार को शिकोहपुर गांव में पंचायत हुई थी, जिसमें कई पार्षदों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पंचायत में लोगों ने कहा कि उन्होंने पहले डॉ. इंद्रजीत कौर को मेयर बनाने में साथ दिया था, ऐसे में अब उन्हें बीच रास्ते में छोड़ना ठीक नहीं होगा।
पंचायत के बाद भी भाजपा निर्दलीय पार्षदों को अपने खेमे में लाने की कोशिश में जुटी है। भाजपा को डर है कि कहीं वोटिंग के वक्त कोई पार्षद क्रॉस वोटिंग न कर दे, इसलिए वह हर पहलू पर तैयारी कर रही है।