
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 17 अप्रैल। गुरुग्राम में गो तस्करों के हौसले बुलंद हो रखे हैं। यहां पर बजरंग दल व गौ रक्षकों ने गो तस्करों की फॉर्च्यूनर कार का पीछा कर उन्हें पकड़ा। जब कार के पिछले दरवाजे को खोला गया तो उनके होश उड़ गए। वहां पर कई गोवंशों को बांध कर ठूस-ठूस कर भरा गया था। जब उनको बाहर निकाला गया तो उनकी हालत बेहद खराब थी। मामला 7 अप्रैल की रात का है जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
गोरक्षक अभिषेक गौड़ ने बताया कि 7 अप्रैल को उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि गोतस्कर एक फॉर्च्यूनर कार में गायों को लेकर हरियाणा से राजस्थान की ओर जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर गोरक्षकों और काउ प्रोटेक्शन सेल की टीम ने सोहना-पलवल रोड पर नाकाबंदी की। रात के समय जब फॉर्च्यूनर दिखाई दी तो टीम ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने गाड़ी रोकने के बजाय तेज रफ्तार से भगाने की कोशिश की।
गोरक्षकों ने बोलेरो गाड़ी से तुरंत उनका पीछा शुरू किया। गोवंश तस्कर ने भी अपनी गाड़ी दौड़ा दी। करीब 20 किलोमीटर तक पुलिस व गोरक्षक उनका पीछा करते रहे। इसके बाद रोजका मेव थाना क्षेत्र के गांव इंडरी के खेतों में तस्करों ने गाड़ी छोड़ दी और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
तस्करों के भाग जाने के बाद पुलिस और गोरक्षकों ने उनकी गाड़ी की तलाशी ली, जिसमें एक बैल और तीन गायें मिलीं। गायों के मुंह और पैर रस्सियों से बंधे थे। उन्हें क्रूरता से गाड़ी में ठूंसा गया था। बरामद गाड़ी और गायों को पुलिस ने सबूत के तौर पर कब्जे में लिया।
गोवंश तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए फॉर्च्यूनर गाड़ी में कई तरह इंतजाम भी किए हुए थे। कार की पिछली सीट की विंडो पर कपड़ा लगा रहा था, जिससे अंदर का दिखाई न दे। इसके अलावा गोवंश के ऊपर भी प्लास्टिक की तिरपाल डाल रखी, ताकि वे छिपे रहे। उनकी आवाज किसी का सुनाई न दे, इसलिए उनके मुंह भी बांध दिए गए थे।
पुलिस ने इस मामले में गो तस्करों के खिलाफ हरियाणा गो संरक्षण और गो संवर्धन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपियों ने गायों को गोकशी की नीयत से हरियाणा से राजस्थान ले जाने की योजना बनाई थी। फरार आरोपियों का पता नहीं चल सका है। पुलिस गाड़ी के मालिक और ड्राइवर की पहचान के लिए जांच कर रही है।
गोरक्षक अभिषेक गौड़ ने बताया कि तस्कर अब हाई-एंड गाड़ियों जैसे फॉर्च्यूनर का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि संदेह से बचा जा सके। उन्होंने अपील की कि गो तस्करी की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या गोरक्षक संगठनों को दें।