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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 3 सितंबर। हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी उफान पर है। इसका सबसे ज्यादा असर फरीदाबाद में यमुना किनारे बसे गांवों पर पड़ रहा है। इनमें फरीदाबाद के छायंसा गांव में खेतों तक पानी आने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
ग्रामीण पिंटू ठाकुर और इंद्रजीत का कहना है कि कई खेतों इस समय पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। खेतों में खड़ी धान और अन्य खरीफ फसलें डूबने लगी हैं, जिससे भारी नुकसान का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि हालात 2023 जैसी आपदा की ओर इशारा कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि उस समय भी लगातार पानी छोड़े जाने से गांव डूबने की स्थिति में आ गए थे। खेत पूरी तरह खराब हो गए थे और उन्हें घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर पलायन करना पड़ा था।
उन्हांेने कहा कि वे सरकार से लगातार गुहार लगा रहे हैं कि उनकी जमीन का गिरदावली की जाए, ताकि उन्हें मुआवजा मिल सके। वहीं, प्रशासन अलर्ट मोड पर है, प्रशासन की तरफ से मुनादी की जा रही है, जो यमुना के किनारे घर या खेत है उनको यमुना के पास नहीं जाने दिया जा रहा है उन्हें सेफ जगह पर पहुंचाया गया है।