
फरीदाबाद के सोहना रोड पर देररात हुआ हादसा
शराब के नशे में थे तीनों युवक, डिवाइडर से टकराई वैन
बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई वैन, चालक का पैर फंसा
एयर बैग से बची जान, दोनों युवक मौके से भागे
पुलिस पर फंसे चालक को घटनास्थल पर ही छोड़ कर जाने का आरोप
स्थानीय लोगों ने घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला
डिवाइडर पर नहीं लगा है रिफ्लेक्टर, इसलिए यहां होते रहते हैं हादसे
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 16 जनवरी। शराब के नशे में गाड़ी चलाना एक चालक को काफी महंगा पड़ा। शराब के नशे में वह डिवाइडर को नहीं देख पाया और उससे गाड़ी को टकरा बैठा। हादसे में इको वैन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और चालक का पैर उसमें फंस गया। गनीमत यह रही कि हादसे के बाद एयर बैग खुल गया और उसकी जान बच गई। चालक के साथ कार में बैठे दो अन्य युवकों ने उसका साथ नहीं दिया और वहां से भाग गए। वहां पहुंचे स्थानीय लोग घंटों की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाल पाए। इस दौरान चालक बेहोश भी हो गया। स्थानीय लोगों का आरोप है सूचना देने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक को निकालने की कोई कोशिश नहीं की और वहां से चली गई। स्थानीय लोगों का ये भी आरोप है कि पुलिस ने सोहना रोड पर स्थित दयाल अस्पताल के पास डिवाइडर पर कोई रिफ्लेक्टर नहीं लगाए हैं, इसलिए यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि चालक को सेक्टर-16 के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा फरीदाबाद के सोहना रोड पर स्थित दयाल अस्पताल के पास कल देर रात लगभग साढ़े दस बजे हुआ। यहां पर एक इको वैन सोहना रोड पर लगा गए डिवाइडर से टकरा गई। हादसे से इको वैन आगे से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और चालक उसमें बुरी तरह से फंस गया। उसमें बैठे अन्य दो युवक बच गए और वैन से बाहर निकल गए।
चश्मदीदों के अनुसार वैन में चालक समेत तीन लोग सवार थे जो नशे में थे। चालक के नशे में होने की वजह से हादसा हुआ। हादसे के बाद में फंसे चालक को निकालने की कोशिश भी की गई, लेकिन वह उसमें बुरी तरह से फंस गया। काफी मशक्कत के बाद भी जब उसे नहीं निकला जा सका, तब जाकर इसकी सूचना डायल 112 को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर तो पहुंची, लेकिन चालक को निकालने की बिना कोशिश किए ही वहां से चलती बनी। इसके बाद वहां पर मौजूद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि ये जो हादसा हुआ है वह पुलिस की लापरवाही के चलते हुए भी ही हुआ है। क्योंकि रोड पर लगाए गए डिवाइडर पर कोई रिफ्लेक्टर टैप नहीं लगाई गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस डिवाइडर पर यह पहला हादसा नहीं है, बल्कि यहां आए दिन ऐसे ही हादसे होते रहते हैं।
स्थानीय लोगों ने ना केवल लोहे की सरियों से फंसे चालक को निकालने की कोशिश की, बल्कि कटर से वैन को टुकड़ों में काटकर उसे बाहर निकलने की कोशिश की। चश्मीदों ने बताया कि बल्लभगढ़ की ओर से आ रही वैन सोहना रोड की ओर जा रही थी। हादसे के बाद वैन के एयर बैग खुल गए जिसके चलते चालक की जान तो बच गई, लेकिन वैन में पांव फंसने के चलते चालक कई घंटे बेहोश भी रहा और घंटों की मशक्कत के बाद चालक को बाहर निकला गया।
वहीं, संजय कॉलोनी चैकी इंचार्ज बिजेंदर ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे, जहां पर एक वैन में चालक फंसा हुआ था। उसमें सवार दो अन्य साथी उसे छोड़कर जा चुके थे। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से वैन में फंसे चालक को बाहर निकला गया। उसके पांव में काफी घाव थे, जिसे इलाज के लिए फरीदाबाद के सेक्टर 16 स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।