
file photo source: social media
Bilkul Sateek News
नई दिल्ली, 8 फरवरी। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई, परंतु उसने ‘आप‘ की सत्ता में वापसी की उम्मीदों पर पानी जरूर फेर दिया। दिल्ली की कम से कम सोलह सीटें ऐसी रही जिसमें कांग्रेस प्रत्याशियों को मिले वोट आम आदमी पार्टी की हार के अंतर से ज्यादा थे। यदि इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में समझौता हो जाता तो शायद चुनाव के नतीजे कुछ और होते।
दिल्ली विधानसभा के नतीजों में भाजपा ने तीन बार सत्ता का सुख भोग चुकी आप को सत्ता से बाहर कर दिया है। आप सत्ता से बाहर ही नहीं हुई, बल्कि उसके कई बड़े चेहरों को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। इनमें आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती और सौरभ भारद्वाज जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनकी हार के अंतर से ज्यादा वोट तो कांग्रेस प्रत्याशियों को मिले। वहीं, मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद सीट पर औवेसी की पार्टी ने आप का खेल बिगाड़ दिया और भाजपा ने एक बड़े अंतर से जीत हासिल की। दिल्ली की मुख्यमंत्री और आप उम्मीदवार आतिशी जरूर अपनी कालका जी विधानसभा सीट बचाने में कामयाब रही।
नई दिल्ली सीट पर लगातार तीन बार जीत हासिल कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा से 4,089 मतों से हार का सामना करना पड़ा। यहां कांग्रेस के संदीप दीक्षित को 4,568 वोट पड़े। ये भी माना जा रहा है कि संदीप दीक्षित ने इस तरह से अपनी स्वर्गीय मां शीला दीक्षित की हार का बदला भी चुकता कर लिया है। नई दिल्ली सीट से ही केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर राजनीति में जबरदस्त एंट्री की थी। प्रवेश वर्मा को 30,028 और केजरीवाल को 25,999 वोट मिले।
जंगपुरा सीट पर 38,184 मत पाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मात्र 675 मतों से हारे। यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी फरहाद सूरी ने 7,350 मत हासिल किए। भाजपा प्रत्याशी 38,859 वोट पाकर विजय रहे।
मालवीय नगर सीट पर 37,433 पाने वाले पूर्व मंत्री सोमनाथ को 2,131 वोट से हार का सामना करना पड़ा। यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी ने 6,770 मत प्राप्त किए। भाजपा के विजयी प्रत्याशी को यहां 39,564 मत मिले।
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कुल 46,406 मत प्राप्त किए और 3,188 वोटों से हार गए। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी गर्वित सिंघवी ने यहां 6,711 वोट हासिल किए। भाजपा की विजयी प्रत्याशी शिखा राय को 49,594 वोट मिले।
त्रिलोकपुरी में आप केवल 392 मतों से हारी, जबकि कांग्रेस ने 6,147 वोट झटके। भाजपा ने यहां 58,217 और आप ने 57,824 वोट प्राप्त किए।
छतरपुर में भाजपा को 80,469 वोट मिले तो आप को 74,230 वोट। यहां पर कांग्रेस को 6601 वोट मिले, जबकि हार का अंतर 6239 रहा।
मादीपुर में आप 10,899 मतों से हारी। यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 17,958 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी को 52,019 वोट जबकि आप को 41,120 वोट मिले।
नांगलोई जाट में आप को 49,021 वोट मिले, जबकि भाजपा को 75,272 वोट मिले। यहां कांग्रेस को 32,028 वोट मिले, जबकि हार का अंतर 26,251 वोट रहा।
राजेंद्र नगर में आप की हार का अंतर 1,231 वोट रहा। यहां कांग्रेस 4,015 वोट, भाजपा को 46,671 और आप को 45,440 वोट मिले।
महरौली में आप को 1,782 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। यहां कांग्रेस 9,338 वोट पाने में सफल रही। भाजपा के 48,349 वोटों के मुकाबले आप को 46,567 वोट मिले।
तिमारपुर में 53,551 मत प्राप्त करने वाली भाजपा ने आप को 1,261 वोट से हराया। आप को यहां 52,290 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के खाते में 8,101 वोट आए।
संगम विहार में आप मात्र 344 वोट से हारी, जबकि कांग्रेस को यहां अच्छे खासे 15,863 वोट मिले। भाजपा को 54,049 वोट जबकि आप को 53,705 वोट मिले।