नई दिल्ली, 8 फरवरी। दिल्ली विधान सभा में भारी बहुमत से जीती भारतीय जनता पार्टी के नेताओं अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं। वही अपनी हार स्वीकार करते हुए जनता का आभार प्रकट किया है। नेताओं ने जीत और हार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि जनशक्ति सर्वोपरि! विकास जीता, सुशासन जीता. दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन! आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली करारी हार पर पूर्व सीएम और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जनता के फैसले को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करते किया और भारतीय जनता पार्टी को जीत की बधाई दी। केजरीवाल ने कहा कि जनता का जो भी निर्णय है, उसे हम सिर माथे पर रखते हैं। मैं भाजपा को इस जीत के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि जिस आशा के साथ जनता ने उन्हें बहुमत दिया है, वे उन अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का परिणाम झूठ एवं लूट की राजनीति पर पूर्ण विराम का स्पष्ट संकेत है। हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी विकास, सुशासन और लोक कल्याणकारी योजनाओं का सही लाभ दिल्लीवासियों को प्रदान करने में सफल होगी।कुमार विश्वास ने कहा कि मुझे राघवेंद्र सरकार राम की कृपा मिली जिनका ये घर है, जिनकी कृपा से मैं यहां खड़ा हूं, मुझे मुझ पर कृष्ण कृपा हुई कि मैं इस निर्लज्ज सर्कस से बाहर आ सका। मैं उन सबसे भी अच्छे भविष्य की कामना करता हूं कि वो कोई गंदगी ना फैलाएं. कहीं भी. लौट जाएं। दिल्ली के नागरिक को मैं अच्छे शासन के लिए बधाई देता हूं। अब भारतीय जनता पार्टी अपने नेतृत्व में सरकार बनाकर दिल्ली के जो दुख थे। पिछले 10 वर्ष के उन्हें दूर करे। भारतीय जनता पार्टी के प्रवेश वर्मा ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली की जनता को दिया। उन्होंने X पर सिर्फ तीन शब्द लिखे- ‘जय श्री राम’. साथ में हाथ जोड़ने वाला इमोजी भी लगाया।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने दिल्ली चुनाव के रिजल्ट पर कहा कि 27 साल बाद बीजेपी आई है और 7 महीने बाद चली जाएगी। ज्यादा खुश न हों, सारी ताकत लगा दी, प्रधानमंत्री रोज मीटिंग करते रहे, एलजी ने अपने पद की गरिमा को ताख पर रखकर हर तरीके का सत्ता का दुरुपयोग किया।



