सरकार के खिलाफ एक बार फिर की जमकर नारेबाजी
धरने पर उठाई केवल एक ही मांग
कुशल और अर्धकुशल की श्रेणी में जोड़ा जाए
Bilkul Sateek News
झज्जर (विनीत नरूला), 27 मार्च। अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठी जिलेभर की आंगनवाड़ी वर्कर आज भी यहां धरनास्थल पर डटी रही। इस दौरान आंगनवाड़ी वर्करों ने लघु सचिवालय परिसर में जहां एक तरफ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, आंगनवाड़ी वर्कर धरना स्थल पर पारंपरिक गीत गाकर अपनी दिनचर्या को पालन करती दिखीं।
इस दौरान आंगनवाड़ी वर्करों का नेतृत्व कर रही यूनियन की प्रधान बालेश जाखड़ ने सरकार पर धरने के दौरान भी आंगनवाड़ी वर्करों को परेशान करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि जहां अपनी मांगों को पूरा करने के लिए जिलेभर की आंगनवाड़ी वर्कर यहां जिला मुख्यालय पर डटी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ उन्हें परेशान करने के लिए इन आंगनवाड़ी वर्करों के सेंटर पर छापेमारी की जा रही है और उन्हें परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब कभी भी इन आंगनवाड़ी वर्करों का धरना-प्रदर्शन चलता है तो उसी दौरान सरकार के इशारे पर अधिकारी उन्हें परेशान करने का काम करते हैं।
बालेश जाखड़ ने यह भी कहा कि इस बार आंगनवाड़ी वर्कर अपनी मांगों पर अडिग है। इस बार आंगनवाड़ी वर्कर पहले की तरह घोषणाओं से नहीं उठेंगी। सरकार जब तक आंगनवाड़ी वर्करों को लिखित में उनकी मांग पूरा करने का आश्वासन नहीं दे देती तब तक वह धरना स्थल से नहीं उठेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो फिर उसके बाद उनका धरना अनिश्चितकालीन धरने में तब्दील हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांग न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये करने और सभी को कुशल और अर्धकुशल श्रेणी में शामिल करने की है। इस दौरान बालेश जाखड़ ने एक बार फिर से उनसे ऑनलाइन काम करने पर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि वह चाहती है कि ऑनलाइन काम हो, लेकिन इसके लिए सरकार को चाहिए कि पहले सभी को ट्रेनिंग दी जाए। उसके बाद ही काम ऑनलाइन लिया जाए।



