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रात में ही कर रहे होम डिलीवरी, पुलिस को खबर नहीं
Bilkul Sateek News
फिरोजपुर झिरका, 27 दिसंबर। मेवात में अब गोतस्करों ने पुलिस से बचने के लिए गोकशी का समय बदल लिया है। उन्होंने गोमांस की होम डिलीवरी का समय भी बदलकर रात्रि आठ-नौ बजे के आसपास कर लिया है। इससे वे आजकल आसानी से पुलिस और वहां सक्रिय गो रक्षक दलों को चकमा देने में सफल हो रहे हैं।
मेवात में ज्यादातर गोतस्कर पहले तड़के तीन या चार बजे गोकशी करते थे और गाय का मांस पालीथीन में रखकर होम डिलीवरी करते थे। क्षेत्र में सक्रिय गो रक्षकों और पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते गोतस्करों ने नया खेल शुरू कर दिया है। गोतस्करों ने अब देर रात गोकशी करनी शुरू कर दी है। साथ ही रात में ही वे गोमांस की होम डिलीवरी कर देते हैं। गोतस्करों के इस खेल से पुलिस अभी अंजान है।
बता दें गो तस्करी के अवैध काम में जुटे तस्कर पहले गांव के पहाड़ों, गिदावडों और बांध की पाल के नजदीक सुबह तीन या चार बजे गोवध कर सूरज निकलने से पहले ही गोमांस की सप्लाई कर देते थे। पुलिस भी ज्यादतर उसी समय दबिश देती थी। गोतस्करों ने समय बदलते हुए गोमांस के पालीथीन के पैकेट बनाकर बाइकों व स्कूटी से सप्लाई कर रहे हैं।
तिगांव के समाजसेवी फकरुद्दीन का कहना है कि हमारे गांव तिगांव में गोवध करने वाले गोतस्कर गांव के बांध की पाल के पास रात्रि में आठ व नौ बजे गोवध कर रात्रि में ही गोमांस की होम डिलीवरी कर रहे हैं। गोतस्करों ने यह तरीका इसीलिए अपनाया है, ताकि वे पुलिस की गिरफ्त से बच सके और उनका अवैध धंधा चलता रहे। इन चंद लोगों की वजह से सारा गांव बदनाम हो रहा है।
उधर, पुलिस चौकी चांदडाका के प्रभारी सचिन कुमार ने कहा है कि जहां पर भी, जिस भी समय कोई भी व्यक्ति गोतस्करी करता है या फिर गोवध करता है तो उसकी सूचना तुरंत दें। पुलिस की टीम तुरंत दबिश देकर ऐसे लोगों को दबोचेगी। लेकिन सूचना सही और सटीक होनी चाहिए। ऐसा ना हो कि सूचना देने वाला पुलिस को ही परेशान करता रहे।
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