
राम मंदिर उड़ाने का पाक कनेक्शन
आईएसआई से निर्देश लेता था आतंकी अब्दुल
कई बार कर चुका था राम मंदिर की रेकी
मोबाइल से धार्मिक स्थलों के वीडियो मिले
उप्र के फैजाबाद का निवासी है अब्दुल
अदालत ने दस दिन के रिमांड पर भेजा
गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ ने था पकड़ा
दो हैंड ग्रेनेड हुए थे बरामद
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 4 मार्च। फरीदाबाद से गिरफ्तार 19 वर्षीय आतंकी अब्दुल रहमान राम मंदिर को उड़ाने की पाकिस्तानी साजिश में शामिल था। सूत्रों के अनुसार अब्दुल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। अब्दुल का ब्रेनवॉश कर उसे राम मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया गया था। उत्तर प्रदेश के फैजाबाद के मिल्कीपुर निवासी अब्दुल ने कई बार राम मंदिर की रेकी भी की थी। आईएसआई के इशारे पर ही वह फरीदाबाद में छिपाए गए दोनों हैंड ग्रेनेड लेने आया था। जिससे समय आने पर वह एक बहुत बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सके। अब्दुल सोशल मीडिया के जरिए आईएसआई के संपर्क में था। अब्दुल के मोबाइल से अलग-अलग धार्मिक स्थलों के कई वीडियो भी मिले हैं। इस बीच, अब्दुल के परिजनों ने उसे निर्दोष बताते हुए कहा है कि उसे फंसाया जा रहा है। अब्दुल की तीन बहनें हैं जो कि उससे छोटी हैं। परिजनों का कहना है कि अब्दुल के दिल में छेद था, जिसका अहमदाबाद में ऑपरेशन हुआ था। अदालत ने अब्दुल को 10 दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
फरीदाबाद के पाली गांव से पकडे गए आतंकी अब्दुल रहमान को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उसे 10 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ की जाएगी। एसटीएफ स्टाफ अब उससे पूछताछ कर ये जुटाने का प्रयास करेगी की उसके तार कहां-कहां और किससे जुड़े हुए हैं। रविवार को एसटीएफ हरियाणा और एटीएस गुजरात की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन में अब्दुल रहमान को धर दबोचा और उसकी निशानदेही पर 2 बम बरामद किए।
आपको बता दें की गुजरात एटीएस की ख़ुफिया जानकारी के आधार पर हरियाणा एटीएस से संपर्क किया गया जिसके बाद टीम गठित कर इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। फिलहाल जिस जगह से अब्दुल रहमान को पकड़ा गया है वो डबुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत् आता है जहां उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक उसके मोबाइल फोन में आपत्तिजनक वीडियो भी बरामद हुए हैं जिसमें अलग-अलग धार्मिक स्थल के वीडियो हैं। सूत्रों के मुताबिक आतंकी अब्दुल रहमान पकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहा था और लगातार उनके संपर्क में था। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर वो अयोध्या के श्री राम मंदिर में ब्लास्ट की कोशिश में था और इसीलिए वो फरीदाबाद में छिपाए गए दोनों बम को लेने आया था, ताकि समय आने पर बड़ी वारदात को अंजाम दे सके। फिलहाल एसटीएफ स्टाफ को कोर्ट से 10 दिनों का रिमांड मिल गया है जिसमें बाकी का खुलासा होगा की उसके साथ और कौन-कौन शामिल हैं और इसके अलावा उनकी और क्या कहा हमले की मंशा थी। फिलहाल अभी तक आधिकारिक रूप से पुलिस या एसटीएफ या किसी अन्य की ओर से बयान नहीं आया है।
बताया जा रहा है कि अब्दुल कुछ समय पहले अयोध्या कैंट की पुरानी सब्जी मंडी के निवासी मौलाना उस्मान हजरत के संपर्क में आया। छह महीने पहले वह गांव से अयोध्या शहर गया फिर दिल्ली होते हुए विशाखापट्टनम पहुंचा, जहां उसने जमात में शामिल होकर करीब चार महीने बिताए और फिर वापस लौटा। हरियाणा से गिरफ्तार अब्दुल रहमान मूल रूप से अयोध्या के थाना कोतवाली इनायत नगर के मंजनाई गांव का रहने वाला है। उसका जन्म 28 अगस्त 2005 को हुआ। कक्षा 10 तक की पढ़ाई मनीराम यादव इंटर कॉलेज, मंजनाई में की। अब्दुल के परिजनों के अनुसार को पांच वक्त का नमाजी है।
मां यास्मीन ने बताया कि अब्दुल ई-रिक्शा चलाता था और घर पर भी कुछ न कुछ बनाया करता था। वह एक मार्च को किसी दोस्त से मिलने दिल्ली गया था। अब्दुल रहमान अपने माता-पिता का सबसे बड़ा बेटा है। उसकी तीन बहनें आसमा (15), अल्फिया (12) और अल्फिसा (6) है। अब्दुल को बचपन से ही दिल की बीमारी थी, उसके दिल में छेद था, जिसका अहमदाबाद में ऑपरेशन भी हुआ था।