
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 22 अप्रैल। गुरुग्राम में रविवार सुबह द्वारका एक्सप्रेव-वे पर बाइक सवारों को बुरी तरह से पिटाई करने और एक 11 लाख की बाइक कावासाकी जी-900 को बुरी तरह तोड़ने वाले आरोपियों की पहचान हो गई है। यह पहचान पुलिस के द्वारा नहीं ब्लकि पीड़ितों द्वारा की गई है। पीड़ितों पेड एआई टूल की मदद से उन गुंड़ों की पूरी जन्मकुंडली निकाल कर पुलिस को दे दी है। गुंडे दिल्ली निवासी हैं। इन गुंडों में से एक जिम चलाता है और एक गुंडे के देश के एक बड़े राजनेता के साथ फोटो है उसको गन कल्चर पर वीडियो बनाने का भी बहुत शौक है।
पेड एआई की मदद से ढूंढे प्रोफाइल
साफ्टवेयर इंजीनियर हार्दिक शर्मा जो कि एक फूड डिलीवरी कंपनी में कार्यरत है ने बताया उनकी बाइकों पर गो प्रो कैमरे लगे हुए थे। उन्होंने इन कैमरों की फुटेज भी पुलिस के पास जमा करवा दी है। उन्होंने बताया कि फेसचेक आईडी नाम के एक ऑनलाइन पेड ऐप का इस्तेमाल करके उन्होंने आरोपियों के सोशल मीडिया प्रोफाइल भी ढूंढ लिए हैं।
हमारी राइड एक बुरे सपने में बदली
हिसार निवासी हार्दिक के अनुसार, हमारी राइड एक बुरे सपने में बदल गई। सुबह करीब 7.30 बजे जब वे खेड़कीदौला टोल प्लाजा के पास पहुंचे, तो उन्होंने एक काली स्कॉर्पियो को क्रॉस किया। हार्दिक ने कहा कि गाड़ी बहुत लापरवाही से चलाई जा रही थी और कुछ बाइकर्स को गिराने की कोशिश कर रही थी। हमें नहीं पता कि उन्हें क्या गुस्सा आया। एसयूवी ने करीब एक किलोमीटर तक हमारा पीछा किया। हमने सोचा कि झगड़ा करने से अच्छा है रुक जाते हैं। फिर हमने द्वारका एक्सप्रेसवे के नीचे सड़क किनारे रुक गए। ये जगह टोल प्लाजा से लगभग 300 मीटर दूर थी। चारों सवार स्कॉर्पियो से उतरे और हमें गालियां देने लगे। वे हमारे हेलमेट निकालकर हमें मारने की कोशिश कर रहे थे। शायद हममें से किसी ने पहले उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया था, जिससे उन्हें गुस्सा आ गया। हमने मामले को शांत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमें मुक्का मारना शुरू कर दिए। ज्यादातर बाइकर वहां से भाग गए। मैं भी भाग गया, लेकिन जब मैंने देखा कि हमारा एक दोस्त फंसा हुआ है, तो मैं वापस आया। फिर उन्होंने मुझे पकड़ लिया और दूसरा बाइकर भाग गया। मैंने उनसे माफी भी मांगी, जबकि मैंने कुछ किया भी नहीं था। लेकिन उन्होंने बेसबॉल बैट से मुझे मारना शुरू कर दिया। खुशकिस्मती से बैट मेरे हेलमेट पर लगा, मेरे सिर पर नहीं।
पुलिस पर भी लगाए आरोप
हार्दिक ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने हमारी मदद नहीं की। हम लगभग आधे घंटे तक टोल पर इंतजार करते रहे। ये तय करने में छह घंटे से ज्यादा लग गए कि किस पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया जाएगा। आखिरकार, सेक्टर 37 पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई। वहीं पुलिस का कहना है कि कोई देरी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पीड़ित को तुरंत मेडिकल जांच और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जांच चल रही है और अहम जानकारी और सुराग मिले हैं। मारपीट और तोड़फोड़ में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
सेक्टर 37 पुलिस स्टेशन के एसएचओ शाहिद अहमद ने बताया कि मामला गंभीर है और आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस ने स्कॉर्पियो के नंबर (डीएल4सीबीई1750) के आधार पर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चलो कि हमलावर नशे की हालत में थे, जिसके कारण उनकी हरकतें और भी खतरनाक हो गई थीं।
वहीं, पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार का कहना है कि पुलिस टीम द्वारा इस मामले की जांच करते हुए विभिन्न सूचनाएं और तथ्य एकत्रित किए गए हैं। मारपीट करने व बाइक तोड़ने वाले आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है, जिन्हें जल्दी काबू कर लिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला है और वहां पर जिम भी चलाता है। एक आरोपी तो बड़े राजनीतिक लोगों के साथ जन्मदिन का केक काटते और चुनाव प्रचार करता नजर आता है। इसके अलावा गन और बदमाश कल्चर के गानों पर रील भी बनाता है।