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गुरुग्राम, 25 अप्रैल। गुरुग्राम पुलिस ने 17 साल पुराने एक हत्या के मामले में फरार आरोपी को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था। आरोपी को स्थानीय अदालत ने भगोड़ा भी घोषित कर रखा था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना बादशाहपुर क्षेत्र में 18 अगस्त 2007 की रात को लगभग 11 बजे रामलाल निवासी गांव मेंहदीपुर बालाजी (राजस्थान) की सिर पर लाठी मारकर हत्या कर दी गई थी। रामलाल के भतीजे ने अपने चाचा की हत्या का आरोप रमेश निवासी गांव सुखा थाना पथरिया जिला दमोह (मध्य-प्रदेश) पर लगाया था। हत्या के बाद से रमेश फरार था और पुलिस उसकी तलाश में थी।
ललित दलाल ह.पु.से, सहायक पुलिस आयुक्त अपराध-2 के नेतृत्व में उप-निरीक्षक दीपक कुमार प्रभारी पी.ओ. स्टाफ मुख्यालय गुरुग्राम ने एक विशेष पुलिस टीम गठित करके इस मामले में 17 साल से फरार चल रहे रमेश को 24 अप्रैल को मध्य-प्रदेश से पकड़ा।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रमेश और रामलाल एक साथ राज मिस्त्री का काम करते थे। दोनों के बीच उस रात पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके चलते रमेश ने रामलाल के सिर पर और जबड़े पर लाठी से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया था और वहां से फरार हो गया था।
पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि हत्या के बाद से ही रमेश को डर था कि पुलिस इसको पकड़ लेगी। रमेश पुलिस से बचने के लिए मथुरा, आगरा और इंदौर में छुपता फिर रहा था और आए दिन अपना ठिकाना बदल लेता था। इस दौरान वह जहां भी रहता राज मिस्त्री का ही काम करता था।
मालूम हो कि इस मामले में न्यायालय रमेश को उद्धघोषित/भगौड़ा अपराधी भी घोषित कर चुकी थी। रमेश को आगे की जांच के लिए थाना बादशाहपुर पुलिस को सौंप दिया गया है।