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गुरुग्राम, 23 अगस्त। गुरुग्राम पुलिस ने एक ठग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने गुरुग्राम की एक अदालत में फर्जी दावा पेश कर एसपीआर रोड के पास अधिगृहित जमीन के अॅवार्ड के लगभग 5 करोड़ रुपये हड़प लिए थे। इसके लिए ठगों ने फर्जी कागजात तैयार कर महाराष्ट्र में बैंक खाता खुलवाया था। पकड़े गए आरोपियों का पहले से ही अपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
पुलिस ने यह कार्रवाई 29 जनवरी को अदालत से मिली एक शिकायत के बाद की ही है। शिकायती पत्र में बताया गया था कि एक व्यक्ति द्वारा फर्जी रूप से जमीन का मालिक बनकर अदालत में फर्जी दस्तावेज पेश किए गए। जिसके बाद अदालत के माध्यम से सरकार द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन की राशि को अपने फर्जी बैंक खाते में रिलीज करवा लिया गया। पुलिस ने मामले की जांच करके अदालत के आदेश पर पुलिस थाना शिवाजी नगर में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों द्वारा एक एसआईटी टीम का गठन किया गया और मामले की पूरी जांच अपराध शाखा सेक्टर-31 को सौंप दी गई। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान तुषार उर्फ काकू (उम्र-21 वर्ष) निवासी जहांगीरपुरी दिल्ली, कृष्ण कुमार उर्फ फर्जी ब्रह्मप्रकाश (उम्र-50 वर्ष) निवासी महरौली दिल्ली, दिनेश कश्यप उर्फ राठौर (उम्र-38 वर्ष) निवासी सनराइज अपार्टमेंट सेक्टर-23 दिल्ली, पंकज कुमार केला उर्फ धर्म (उम्र-47 वर्ष) निवासी मोह लाइन भाटा कटघेरा जिला कोरबा (छत्तीसगढ़) और सुशील कुमार दरडा उर्फ बाल सिंह (उम्र-48 वर्ष) निवासी सरदार पटेल वार्ड जिला मुंगेली (छत्तीसगढ़) के रूप में हुई। पुलिस ने तुषार को 12 जून को, कृष्ण कुमार उर्फ फर्जी ब्रह्मप्रकाश को 15 जून को, दिनेश कश्यप को 18 जून को और पंकज व सुशील को 7 जुलाई को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था।
पुलिस अनुसंधान व आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि दिनेश प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है और बाकी सभी आरोपी कोई काम नहीं करते। आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करके रुपये ठगने की साजिश रची। साजिश के अनुसार कृष्ण फर्जी ब्रह्मप्रकाश जमीन मालिक बना, तुषार व दिनेश ने फर्जी ब्रह्मप्रकाश के नाम से फर्जी दस्तावेज आईडी तैयार कराई और उस फर्जी आईडी के आधार पर नागपुर (महाराष्ट्र) में ब्रह्मप्रकाश के नाम से बैंक में खाता खुलवाया। उसके बाद सभी आरोपियों ने मुआवजा क्लेम करने के लिए न्यायालय में केस करने के लिए वकील हायर किया। उन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर वकील के माध्यम से केस दायर किया। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने फर्जी तरीके से मुआवजे की कुल राशि 4 करोड़ 97 लाख 29 हजार 534 रुपये तथा इस राशि के ब्याज की राशि 15 लाख 19 हजार रुपये फर्जी ब्रह्मप्रकाश के नागपुर (महाराष्ट्र) वाले बैंक खाते में डीडी के माध्यम से रिलीज करा लिए। फर्जी तरीके से रिलीज कराई गई राशि में से आरोपियों ने अपना हिस्सा बांट लिए, जिसमें से दिनेश को 1 करोड़ 90 लाख, सुशील व पंकज को 25 लाख, तुषार को 9 लाख ब्रह्मप्रकाश और अन्य आरोपियों ने आपस में बांट लिए।
आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड की जांच कि तो तुषार पर पॉक्सो एक्ट का एक मामला दिल्ली में, दिनेश पर जालसाजी का एक मामला दिल्ली में व एक मामला राजस्थान में, पंकज पर जालसाजी करने, फर्जी दस्तावेज बनाने के तहत 3 मामले जिला गुरुग्राम में और सुशील पर जालसाजी करने के तहत एक मामला जिला गुरुग्राम में पहले भी दर्ज है।
पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार करके इनके पास से कुल 69 लाख 65 हजार रुपये नगद, 3 मोबाइल, 1 आधार कार्ड, 2 निर्वाचन आयोग पत्र और एक कार बरामद की है तथा आरोपियों को अदालत के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। मामले की जांच जारी है।