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गुरुग्राम, 3 जून। गुरुग्राम पुलिस ने अलग-अलग मामलों में 1 नाबालिग समेत 53 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इन आरोपियों की तलाश 12607 मामलों में थी। इन मामलों में 61.65 करोड़ की राशि ठगी गई थी। पुलिस सभी मामलों में गहनता से जांच कर रही है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार है…
रूमा ग्रोवर निवासी ए-ब्लॉक अशोक विहार फेज-1 नॉर्थ दिल्लीः इस साइबर ठग को पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम में बतौर जांच अधिकारी तैनात निरीक्षक सतीश कुमार ने 4 जनवरी को अभियोग संख्या 378/2024 में गिरफ्तार किया था।
सचिन, करण कुमार, मोहम्मद कासिफः इन साइबर ठगों को पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम में बतौर जांच अधिकारी तैनात मुख्य सिपाही भगत सिंह ने 23 अप्रैल व 17 अप्रैल को अभियोग संख्या 131/2025 में गिरफ्तार किया था।
लालचंद कुमावत, ताराचंद गुर्जर, मनजीत, कुलदीप कुमार, गुलजारी शुक्ला व नाबालिगः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर मानेसर में बतौर जांच अधिकारी तैनात सहायक उप-निरीक्षक जीतेंद्र ने 21 मार्च, 7 अप्रैल व 1 मई को काबू करके अभियोग संख्या 52/2025 में नियमानुसार गिरफ्तार किया था।
अंजनैया चौधरी, हिमांशु फर्त्याल, हरमन, सन्नी श्रीवास्तव, मनमोहन सिंह, रिपुंजय, अनिल कुमार, महेंद्र प्रसाद, अरुण कुमार, सचिन, बिलाल खान, आशिफ, उज्जवल व सुरेश कुमारः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर पूर्व में बतौर जांच अधिकारी तैनात सहायक उप-निरीक्षक अनिल ने 9 जनवरी को काबू करके अभियोग संख्या 04/20245 में नियमानुसार गिरफ्तार किया था।
पंकज कुमार सैनी, रवि कुमार सैनी व कन्हैया लालः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर पूर्व में बतौर जांच अधिकारी तैनात मुख्य सिपाही चुन्नी लाल ने 23 अप्रैल व 30 मई को काबू करके अभियोग संख्या 125/2025 में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था।
हितेश जांगड़ा, सन्नी, अनिकेत, मुकेश उर्फ रोहित कुमार व हरिमोनः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर पूर्व में बतौर जांच अधिकारी तैनात मुख्य सिपाही विरेंद्र ने 2-5 अप्रैल व 20 मई को काबू करके अभियोग संख्या 33/2025 में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था।
विकास कुमार, धर्मपाल यादव, धर्मवीर गुर्जर, प्रदीप कुमार व आयुष्मान तिवारीः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर पूर्व में बतौर जांच अधिकारी तैनात सहायक उप निरीक्षक सज्जन ने 1 सितंबर 2024, 25-26 नवंबर 2024, व 11 अप्रैल को काबू करके अभियोग संख्या 203/2024 में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था।
प्रकाश चंद्रा, रजत, विकास उर्फ विक्की, सुनील कुमार, दीपक कुमार, ताहिर नसीम, दीपक कुमार, रणदीप, नवीन कुमार, दीपांशु, धीरज, राहुल, सुरेंद्र सिंह, मितेश रमनलाल व अशोक कुमारः इन आरोपियों को पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व में बतौर जांच अधिकारी तैनात सहायक मुख्य सिपाही परसराम ने 8-9 दिसंबर 2024, 15 जनवरी 2025, 23 फरवरी, 12-19 मार्च, 14 अप्रैल व 2 मई को काबू करके अभियोग संख्या 364/2024 में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था।
गुरुग्राम पुलिस ने सभी आरोपियों के पास से 26 मोबाइल व 3 सिम कार्ड का इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) से जांच व डाटा के अवलोकन कराने पर पता चला कि आरोपियों के खिालफ देशभर में लगभग 61 करोड़ 65 लाख रुपये की ठगी करने के संबंध में कुल 12607 शिकायतें और 502 मामले दर्ज हैं। इन अभियोगों में से 28 अभियोग हरियाणा में, जिनमें से थाना साइबर अपराध पूर्व में 5, थाना साइबर पश्चिम गुरुग्राम में 2, थाना साइबर मानेसर में 1 अभियोग अंकित है।
गुरुग्राम पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपी फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल, सेक्सटॉर्सन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, फेडेक्स फ्रॉड (फर्जी अधिकारी बनकर) लोगों से धोखाधाड़ी की वारदातों को अंजाम देकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे।
पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 26 मोबाइल व 3 सिमकार्ड्स बरामद किए है। जिनकी जांच आई4सी से कराने बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने आरोपियों द्वारा किए गए साइबर अपराधों का खुलासा किया है। पुलिस ने इन सभी मामलों में कुल 15 लाख 36 हजार रुपये, 26 मोबाइल, 5 लैपटॉप, 3 सिम कार्ड, 1 एटीएम कार्ड और 1 चैकबुक बरामद की गई थी।